अजीत झा, चंडीगढ़ दिनभर: सेक्टर-45 स्थित बुड़ैल गांव के वार्ड नंबर 33 में बिजली और इंटरनेट की केबलों ने लोगों की ज़िंदगी को खतरे में डाल दिया है। गलियों में हर ओर लटकती, उलझी हुई और झूलती तारें न सिर्फ खतरनाक दिखाई देती हैं, बल्कि कभी भी किसी बड़े हादसे को दावत दे सकती हैं।स्थानीय निवासी और आम आदमी पार्टी के प्रदेश अल्पसंख्यक महासचिव शादाब राठी ने बताया कि इन तारों की अव्यवस्थित स्थिति से गलियों में गुजरने वाले राहगीर, बच्चे और दुकान लगाने वाले गरीब लोग रोज़ाना जान जोखिम में डालते हैं।बिजली विभाग और इंटरनेट कंपनियों की लापरवाही से बुड़ैल की गलियां मौत के जाल में तब्दील हो चुकी हैं। यह समस्या सिर्फ सौंदर्यीकरण की नहीं, बल्कि जानमाल की सुरक्षा से जुड़ी है |
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि बरसात के मौसम में इन तारों से करंट दौड़ने का खतरा रहता है। कई बार लोग इनके संपर्क में आने से झटका खा चुके हैं, लेकिन विभाग की ओर से अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया।नेटवर्क कंपनियों ने जगह-जगह प्राइवेट केबल्स बिना योजना के डाल रखी हैं, जो खुले में झूलती रहती हैं। वहीं बिजली विभाग की ओर से भी पुराने और जर्जर खंभों पर तारों का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है।
प्रशासन से मांग: जल्द सुधार:
आप नेता शादाब राठी ने प्रशासन और संबंधित विभागों से मांग की है कि सभी बिजली व इंटरनेट की तारों को व्यवस्थित किया जाए, सुरक्षा मानकों के तहत पक्के खंभे लगाए जाए ,गलियों से गुजरती खुली वायरिंग को हटाकर अंडरग्राउंड या सुरक्षित ऊंचाई पर डाला जाए #बुड़ैल_की_सुरक्षा : सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू शादाब राठी ने इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर भी #बुड़ैल_की_सुरक्षा अभियान की शुरुआत की है। वार्ड 33 के नागरिक इस हैशटैग के तहत तस्वीरें व वीडियो साझा कर विभाग का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर दिला रहे हैं। संबंधित विभागों की प्रतिक्रिया अभी तक नहीं मिल सकी है। यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो आम आदमी पार्टी इसके खिलाफ स्थानीय प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने की योजना बना रही है।