चंडीगढ़:भारत की युवा पीढ़ी को स्टार्टअप फाउंडर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, भारत की प्रमुख यूनिकॉर्न कंपनी ‘अपना’, देश की अग्रणी निवेश फर्म ‘वेंचर कैटालिस्ट्स’ और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने मिलकर भारत के पहले यूनिवर्सिटी-ड्रिवन स्टार्टअप लॉन्चपैड ‘कैंपस टैंक’ की शुरुआत की है। इस अनोखे मंच के ज़रिए युवा नवोन्मेषक न केवल अपने विचार प्रस्तुत कर सकेंगे, बल्कि 1 मिलियन डॉलर तक की फंडिंग भी प्राप्त कर सकेंगे। यह प्रोग्राम युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित करने और भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को और अधिक सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
भव्य शुभारंभ में मौजूद रहे दिग्गज
कैंपस टैंक 2025 को लॉन्च करते समय प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं राज्यसभा सांसद और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू अपना के COO करना चोकसीअपना के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. प्रीत दीप सिंहवेंचर कैटालिस्ट्स के फाउंडिंग पार्टनर ऋषभ गोलछा
पंजीकरण की अंतिम तिथि: 14 अगस्त 2025
जो भी युवा इस प्लेटफ़ॉर्म का हिस्सा बनना चाहते हैं, वे 14 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। पात्रता की शर्तें साफ हैं – प्रतिभागी की उम्र 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
स्टार्टअप्स को मिलेगा निवेश और मंच
डेमो-डे पर चुने गए स्टार्टअप्स को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में अपने इनोवेटिव आइडियाज शीर्ष निवेशकों के सामने प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा। साथ ही, यूनिवर्सिटी के क्यूब फाउंडर्स स्पेस से इनक्यूबेशन, ट्रेनिंग और मास्टर क्लास जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू ने कहा कि यह पहल “स्टार्टअप इंडिया” विजन को मजबूती देती है, जिसे 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था।2016 में 500 स्टार्टअप्स थे, आज भारत में 1.76 लाख से अधिक स्टार्टअप्स हैं।अब तक 118 यूनिकॉर्न स्थापित हो चुके हैं।भारत सरकार का लक्ष्य 2047 तक 1000 यूनिकॉर्न बनाने का है।बीते दशक में 18 लाख से अधिक रोजगार स्टार्टअप्स के माध्यम से पैदा हुए हैं।
अपना और वेंचर कैटालिस्ट्स की सोच
अपना के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. प्रीत ने कहा – “हमारा सपना है ज़िंदगियों को संवारना। ‘अपना’ सिर्फ नौकरी दिलाने वाला ऐप नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जो सपनों को उड़ान देता है।” ऋषभ गोलछा ने कहा – “स्टार्टअप की अगली पीढ़ी आज होस्टल के कमरों, कैफे और गैराजों में बैठी है। हमारा उद्देश्य है उन्हें ढूंढ़कर दुनिया के सामने लाना।”
कैंपस टैंक के ज़रिए एक नई क्रांति
इस मंच के ज़रिए हर एक स्टार्टअप औसतन 11 लोगों को सीधा और 4 को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देगा। इसका मकसद केवल नए आइडियाज को तलाशना नहीं है, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देना भी है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के इनोवेशन रिकॉर्ड की बात करें तो 2012 से अब तक छात्रों ने 150 से अधिक स्टार्टअप लॉन्च किए2581 पेटेंट फाइल कर देश की तीसरी अग्रणी यूनिवर्सिटी बन चुकी है5 करोड़ की राशि टेक्नोलॉजी बिज़नेस इनक्यूबेटर के ज़रिए जुटाई जा चुकी है