रायपुररानी, देवेन्द्र सिंह: रायपुररानी क्षेत्र में त्रिलोकपुर चौक से टांगरी पुल तक का मुख्य मार्ग बदहाली की तस्वीर बन चुका है। जगह-जगह गहरे गड्ढे और टूटी सड़कें न केवल राहगीरों की परेशानी का सबब बनी हुई हैं, बल्कि कई हादसों को भी न्योता दे चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग को बार-बार शिकायत देने के बावजूद आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
इन्हीं हालातों से त्रस्त होकर समाजसेवी बलविंदर चौहान ने खुद मोर्चा संभालते हुए बिना किसी सरकारी मदद के सड़क की मरम्मत का जिम्मा उठाया। उन्होंने अपनी निजी जेसीबी मशीन के जरिए करीब 10 बड़े गड्ढों को भरवाया और स्थानीय संसाधनों की मदद से मार्ग को आंशिक रूप से सुचारु बनाने की कोशिश की। जानकारी देते हुए बलविंदर चौहान ने बताया कि वे इस समस्या को लेकर कई बार संबंधित विभाग को अवगत करा चुके थे, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला। उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह मार्ग रायपुररानी क्षेत्र का प्रमुख संपर्क मार्ग है, जिससे रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं।
प्रशासन की लापरवाही के कारण लोग जान जोखिम में डालकर इस सड़क से गुजरने को मजबूर हैं। जब शासन-प्रशासन आँख मूंदे बैठा हो, तब समाज को ही आगे आना पड़ता है। इस मार्ग की महत्ता केवल स्थानीय निवासियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह त्रिलोकपुर मंदिर के श्रद्धालुओं, हिमाचल सीमा से आने-जाने वालों और कालका, नाहन, यमुनानगर जैसे क्षेत्रों को जोड़ने वाले वाहनों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। बलविंदर चौहान ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क मरम्मत का कार्य प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र शुरू किया जाए, ताकि आमजन को राहत मिल सके और हादसों पर लगाम लगाई जा सके। साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि शीघ्र कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो वे अन्य समाजसेवियों और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जनआंदोलन छेड़ने से पीछे नहीं हटेंगे।