चंडीगढ़: म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन चंडीगढ़ ने शहर में सिंगल-यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर सख्त रुख अपनाते हुए सभी दुकानदारों, व्यापारियों और नागरिकों को कड़ी चेतावनी दी है। एमसीसी कमिश्नर अमित कुमार ने प्लास्टिक बैन की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक विशेष टास्क फोर्स बनाई जाए, जो बाहर से आ रही प्रतिबंधित प्लास्टिक थैलियों की सप्लाई चेन का पता लगाकर उसे पूरी तरह बंद करे।
कमिश्नर ने साफ कहा कि इस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ बिल्कुल भी ढिलाई नहीं बरती जाएगी। बार-बार नियम तोड़ने वालों पर कड़ा कानूनी एक्शन होगा, जिसमें भारी जुर्माना, माल जब्त करना और गंभीर मामलों में दुकान को अस्थायी या स्थायी रूप से बंद करना शामिल है। प्लास्टिक मुक्त चंडीगढ़ अभियान के तहत 18 जून 2025 से लगातार सख्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 520 चालान काटे गए हैं और 123 किलो प्रतिबंधित प्लास्टिक थैलियां जब्त की गई हैं। इसके साथ ही 423 किलो कम्पोस्टेबल बैग भी बेचे गए हैं।
कमिश्नर ने बताया कि एमसीसी की टीमें रोजाना अपणी मंडियों, किराना दुकानों, रेहड़ी-फड़ी वालों और बाजारों में जांच कर रही हैं। उन्होंने फिर दोहराया कि सिंगल-यूज प्लास्टिक की थैलियां, स्ट्रॉ और डिस्पोजेबल कटलरी पूरी तरह बैन हैं, क्योंकि ये पर्यावरण और लोगों की सेहत के लिए खतरनाक हैं। कमिश्नर ने लोगों और व्यापारियों से अपील की कि वे कपड़े और कम्पोस्टेबल बैग जैसे पर्यावरण के अनुकूल विकल्प अपनाएं।
कमिश्नर ने जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि चंडीगढ़ को प्लास्टिक-मुक्त बनाने की मुहिम में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।