हरियाणा मानव अधिकार आयोग के चेयरपर्सन और पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश जस्टिस ललित बतरा ने कहा कि पंचकूला के सेक्टर-16 स्थित आशियाना बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का बेहतरीन काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यहां रह रही बच्चियों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाए और उनमें अच्छे संस्कार डालकर आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाएं। जस्टिस बतरा बुधवार को आशियाना का निरीक्षण करने पहुंचे, उनके साथ आयोग के सदस्य कुलदीप जैन और दीप भाटिया भी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान जस्टिस बतरा ने आशियाना की संचालिका विभा तलुजा और कमेटी सदस्यों से यहां चल रही गतिविधियों की जानकारी ली। संचालिका ने उन्हें बच्चियों की दिनचर्या और उनके विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। जस्टिस बतरा ने कहा कि यहां से जाने से पहले इन बच्चियों को ऐसा माहौल दिया जाए जिससे वे आत्मविश्वास से भरकर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। उन्होंने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास करने पर भी जोर दिया।
जस्टिस बतरा ने बच्चों के स्वास्थ्य की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि अच्छे डॉक्टरों की सेवाएं लेकर इनकी समय-समय पर काउंसलिंग कराई जाए ताकि ये मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनें। इस दौरान उन्होंने बच्चियों से भी संवाद किया और जाना कि वे भविष्य में क्या बनना चाहती हैं। किसी ने वकील बनने की इच्छा जताई, किसी ने सिविल सेवा की तैयारी करने की, तो किसी ने शेफ और पेंटर बनने की बात कही। उन्होंने तकनीकी कार्य में निपुण बच्ची की प्रतिभा को भी सराहा और पेंटिंग बनाने वाली बच्ची की पेंटिंग देख उसे शाबासी दी।
निरीक्षण के अंत में जस्टिस बतरा ने आशियाना की विजिटर बुक में अपने विचार लिखकर संस्था की कार्यप्रणाली पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने पाया कि यहां की बच्चियां स्कूल व अन्य संस्थानों में पढ़ाई कर रही हैं और उनका अच्छे से ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर डीसीपीओ निधि, सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन ममता, सदस्य आशा सेठी, कमेटी की रजनी भल्ला, काउंसलर सोनिया और अधीक्षक ब्लैसी भी मौजूद रहे।