Thursday, August 14, 2025

पंचकूला नगर निगम में सफाई घोटाले का खुलासा, सीएम को विजिलेंस जांच की मांग

आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने पंचकूला नगर निगम में सफाई कार्य कर रही ठेकेदार फर्म पूजा कंसल्टेशन की डायरी से हर महीने लाखों रुपये की घूसखोरी का पर्दाफाश किया है। कपूर ने दावा किया कि नगर निगम के बड़े अधिकारियों, कर्मचारियों और चार पार्षदों को हर महीने मोटी रकम घूस के रूप में दी जाती है।

इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर 30 करोड़ रुपये के लिगेसी वेस्ट आरडीएफ और डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन घोटाले की विजिलेंस जांच की मांग की है। साथ ही, घोटाले में शामिल ठेकेदार फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की गई है।

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कपूर ने ठेकेदार कंपनी के प्रोजेक्ट इंचार्ज तरुण खटाना की हस्तलिखित डायरी के आधार पर यह खुलासा किया है। इस डायरी में 22 सितंबर 2023 को जॉइंट कमिश्नर के पीए अजय को 1.84 लाख, 20 अक्टूबर 2023 को मुख्य सफाई निरीक्षक को 5 लाख, जेई को 1 लाख, सीनियर अकाउंट ऑफिसर को 1.04 लाख, अकाउंटेंट प्रवीण को 15,500 रुपये, ऑडिटर भंडारी को 19,000 रुपये, पार्षद अक्षय चौधरी को 50,000 रुपये सहित कई अफसरों और पार्षदों को दी गई घूस का जिक्र है।

कपूर ने बताया कि झूरीवाला और सेक्टर 23 की डंपिंग साइट पर लिगेसी वेस्ट आरडीएफ प्रोजेक्ट में कूड़े की प्रोसेसिंग के नाम पर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई। ठेकेदार ने बिना प्रोसेसिंग किए कूड़े को जमीन में दबाकर फर्जीवाड़ा किया और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में भी कूड़े का वजन बढ़ाकर हर महीने डेढ़ करोड़ रुपये की फर्जी पेमेंट ली जा रही है। कपूर ने आरोप लगाया कि डीएमसी ने ठेकेदार से घूस में 25 लाख की कार ली और इस घोटाले को उजागर करने वाले कर्मचारी को फंसाने के लिए फर्जी केस दर्ज करवाए। 2 मई 2025 को पानीपत नगर निगम में भी इसी ठेकेदार पर 15.84 करोड़ के फर्जीवाड़े में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।

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