अजीत झा, चंडीगढ़ दिनभर: ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को साइबर क्राइम थाना सेक्टर-17, चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एफआईआर नंबर 39 दिनांक 06.05.2024, धारा 419, 420, 467, 471, 120 आईपीसी के तहत की गई है। धनास निवासी शिकायतकर्ता विजयेंद्र प्रसाद, ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक अज्ञात मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप पर स्टॉक इन्वेस्टमेंट से संबंधित संदेश मिला। उसमें एक लिंक दिया गया था जिसे क्लिक करने पर वे एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिए गए, जहां रोजाना शेयर बाजार से जुड़े खरीद-बिक्री टिप्स दिए जाते थे।इसके साथ ही उन्हें एक वेबसाइट http://
इस झांसे में आकर शिकायतकर्ता ने AU बैंक के विभिन्न खातों में कुल 2,50,000 का ट्रांसफर कर दिया। बाद में जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो वेबसाइट बंद हो चुकी थी और उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप से भी निकाल दिया गया। आरोपियों की पहचान विमल कुमार, राज कुमार उर्फ राजू के रूप में हुई| साइबर क्राइम टीम ने फाइनेंशियल और डिजिटल ट्रेल की गहन जांच के बाद 20 जून 2025 को दोनों आरोपियों को जयपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया। जांच में यह पाया गया कि 1.82 लाख जिस खाते में जमा हुआ, वह विमल कुमार के नाम पर था, और वह खाता राज कुमार के मोबाइल नंबर से जुड़ा हुआ था। पूछताछ में दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की और यह भी खुलासा किया कि इस ठगी में अन्य आरोपी भी शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पुलिस को उम्मीद है कि आगे और गिरफ्तारियां और रिकवरी संभव हैं। इस केस को सफलतापूर्वक सुलझाने में एसपी साइबर गीतेजंलि खंडेलवाल के नेतृत्व में डीएसपी साइबर क्राइम श्री ए. वेंकटेश और इंस्पेक्टर इरम रिज़वी के मार्गदर्शन और निगरानी में कार्रवाई की गई।
जनता के लिए साइबर पुलिस की चेतावनी:
- अनजान निवेश ग्रुप से दूर रहें – व्हाट्सएप/टेलीग्राम पर अनजान नंबरों से इन्वेस्टमेंट टिप्स या ग्रुप में जोड़ने का प्रयास स्कैम हो सकता है।
- कंपनी की पुष्टि करें – निवेश करने से पहले कंपनी की वैधता की जांच करें।
- बैंक या पर्सनल जानकारी न दें – अपनी आधार, पैन या बैंक जानकारी साझा करने से बचें।
- शिकायत तुरंत करें – अगर आप ठगी का शिकार हों तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।