चंडीगढ़, 21 जून 2025: चंडीगढ़ सेक्टर-26 स्थित MGSIPA (महात्मा गांधी स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) में आज आपदा प्रबंधन की तैयारी को लेकर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य सिविल डिफेंस वालंटियर्स को प्राकृतिक और मानवीय आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना था, ताकि भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति में वे तत्परता से कार्य कर सकें।
इस मौके पर चंडीगढ़ के उपायुक्त ने जानकारी दी कि प्रशासन द्वारा 6 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें वालंटियर्स को बाढ़, भूकंप, युद्ध जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण एक-एक दिन अलग-अलग एजेंसियों के सहयोग से दिया जाएगा, जिसमें आर्मी, NDRF और फायर ब्रिगेड जैसी संस्थाएं शामिल रहेंगी। ट्रेनिंग का उद्देश्य है कि वालंटियर्स को वास्तविक संकट की स्थिति में सही निर्णय लेने और त्वरित प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाया जाए।
कार्यक्रम में गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने गैंगनहर को लेकर पंजाब और राजस्थान के बीच चल रहे विवाद पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर जल प्रबंधन मुद्दा है और संबंधित राज्यों को मिल-बैठकर जल्द समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने सिविल डिफेंस वालंटियर्स की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि समाज की सेवा में लगे ये युवा आपदा प्रबंधन के मजबूत स्तंभ बन सकते हैं, बशर्ते उन्हें सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण मिले। कार्यक्रम का समापन एक प्रेरणादायक संदेश के साथ हुआ कि जागरूक, प्रशिक्षित और संगठित समाज ही किसी भी संकट का डटकर सामना कर सकता है।