Thursday, August 14, 2025

सावधान! सेक्टर 122 में इंवेस्टमेंट के नाम पर आप सबसे हुआ है धोखा

सेक्टर 122 एक्वायर करेगा गमाडा और प्राइवेट बिल्डर ने यहां सैंकड़ों लोगों को बिना किसी परमिशन पहले ही बेच दिए प्लॉट और प्रोजेक्ट…

इस ठगी का शिकार हुए लोग बिल्डर से वापस मांगे अपना पैसा,नहीं तो दें पुलिस में शिकायत

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भरत अग्रवाल.चंडीगढ़। अगर आप भी मोहाली के सेक्टर 122 में किसी तरह की प्राइवेट इंवेस्टमेंट कर चुके हैं,तो हो जाओ सावधान,आप ठगी का शिकार हो चुके हैं। जिस किसी भी बिल्डर ने यहां पर प्लॉट दिलवाने या फिर आगे सोसाइटी बनाकर फ्लैट देने का झांसा देकर आपसे पैसे इंवेस्ट करवाए है। वह आपसे ठगी कर रहा है। उससे तुरंत अपना पैसा वापस मांगे,न दे तो तुरंत उसकी पुलिस में शिकायत दें। चंडीगढ़ दिनभर की इंवेस्टीगेशन में सामने आया है कि ट्राईसिटी का बड़ा बिल्डर जोकि हाल ही में करोड़ों की धोखाधड़ी में एफआईआर दर्ज करवाने के बाद अंडरग्राउंड हुआ है। उसने सेक्टर 122 में भी बड़ा खेल किया है। खैर वह अकेला बिल्डर नहीं है,अन्य भी कई बिल्डर इस खेल के सांझेदार है। इन्होंने लोगों को यह कहकर यहां प्लॉट,जमीन बेच दी कि वह यहां कॉलोनी काट रहे हैं और प्री-लांचिंग में सस्ते में प्लॉट बुक करवाएं। इतना ही नहीं एक कॉलोनी का नाम तो जज कॉलोनी कहकर भी लोगों को झांसे में फंसाया गया। सूत्रों की माने तो किसी को पार्टनर बनाकर,किसी को कस्टमर बनाकर,किसी को इंवेस्टर बताकर पूरी साजिश को अंजाम दिया गया है। लोगों के करोड़ों रुपये बिल्डरों के पास है,जबकि हॉल ही में सरकार यानि गमाडा द्वारा घोषित कर दिया गया है कि इस सेक्टर 122 की पूरी जमीन सरकार एक्वायर कर अपना प्रोजेक्ट लांच करने जा रही है। जो आम जनता के लिए ओपन होगा। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि बिना रेरा अप्रूवल के,बिना गमाडा के लाइसेंस के,बिना कोई प्रोजेक्ट अप्रूवल के बिल्डरों ने कैसे और किस कानूनी आधार पर लोगों का पैसा वसूल कर लिया है। अब एक बिल्डर तो अंडरग्राउंड है,और दूसरों का भी अता पता नहीं है। सवाल उठ रहा है कि सैंकडों लोगों के साथ जो यह धोखाधड़ी हुई,तो पहले सरकार क्यों चुप रही। क्यों अखबारों में और सोशल मीडिया में सेक्टर 122 की प्रापर्टी के सेल परचेज के विज्ञापन आने के बाद भी न रेरा,न गमाडा किसी ने पब्लिक का पैसा बचाने का प्रयास नहीं किया,क्यों उसी समय इन बिल्डरों पर पुलिस एक्शन लेने के लिए नहीं लिखा गया? क्या इसमें बड़ी सांठगांठ थी।

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