अहमदाबाद/लुधियाना: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब-चंडीगढ़ BJP प्रभारी विजय रूपाणी का आज एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश में निधन हो गया। यह दर्दनाक हादसा गुजरात के अहमदाबाद में हुआ, जिससे पार्टी और देश को गहरा झटका लगा है।
विजय रूपाणी हाल ही में लुधियाना दौरे पर थे, जहां उन्होंने वेस्ट हलके के उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार जीवन गुप्ता के समर्थन में प्रचार किया था। 3 जून को उन्होंने गुप्ता का नामांकन भी भरवाया था। 9 जून को वह लुधियाना से गुजरात लौटे थे, जहां से आज उनकी उड़ान थी। अहमदाबाद पहुंचने से पहले ही उनका विमान हादसे का शिकार हो गया। तीन साल से पंजाब-चंडीगढ़ BJP की कमान संभाल रहे थे।
रूपाणी को 9 सितंबर 2022 को पहली बार पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभारीनियुक्त किया गया था। इसके बाद जुलाई 2024 में उन्हें दोबारा यह अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके नेतृत्व में पार्टी पंजाब में संगठनात्मक रूप से काफी सक्रिय हो गई थी।
2027 चुनाव की रणनीति तैयार कर रहे थे:
रूपाणी ने 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ज़मीन पर संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया था। अप्रैल 2025 में लुधियाना में एक जनसभा में उन्होंने कहा था कि “वेस्ट हलके का उपचुनाव 2027 का आइना है। भाजपा यहां से जीत कर 2027 के लिए मजबूत नींव रखेगी।” उनकी अचानक मृत्यु से न केवल पंजाब भाजपा, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति को भी गहरा धक्का लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रूपाणी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
पार्टी में शोक की लहर:
भाजपा नेताओं ने रूपाणी के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है। लुधियाना सेलेकर गांधीनगर तक पार्टी कार्यकर्ता शोक में डूबे हुए हैं। विजय रूपाणी एक समर्पित नेता, दूरदर्शी रणनीतिकार और जमीनी कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे। रूपाणी का जाना सिर्फ एक नेता का नहीं, एक विचार और विजन का जाना है जो पंजाब में भाजपा की नई राह बनाने में जुटा था।