पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज पटियाला पहुंचे और दुधनसाधा में करीब 8.55 करोड़ रुपए की लागत से बने नए तहसील परिसर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पंजाब की पुरानी सरकारों और विशेषकर कांग्रेस व शिरोमणि अकाली दल के नेताओं पर तीखा हमला किया।
सीएम मान ने कहा कि ये नेता गरीबों के पैसे भ्रष्टाचार में लूट गए। उन्होंने बताया कि पहले प्री-मैट्रिक और पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति के पैसे खा लिए गए, जिसकी वजह से गरीब बच्चों को पढ़ाई छोड़नी पड़ी। उन्होंने कहा, “धर्म के नाम पर भी लूट हुई, हर वक्त गोलक (धार्मिक कोष) पर नजर थी। गुरु घर का अपमान करके पैसे खा गए।”
सीएम ने चार बिंदुओं में अपनी बात कही:
1. कोई जोड़-तोड़ नहीं, बस लूट:
उन्होंने कहा कि पंजाब में कोई भी जोड़ा नहीं जा रहा और ना ही कोई गठजोड़ हो रहा है। हर जगह टूटा हुआ है। उन्होंने कांग्रेस और अकाली दल के समय के मुख्यमंत्री निवास की बात करते हुए कहा कि पहले कैप्टन के समय में उनके घरों में अरूसा और उनके परिवार के लोग रहते थे, जबकि मुख्यमंत्री खुद सिसवां में रहते थे। अब वे उस घर में आने के लिए तरस रहे हैं।
2. अंदर से ताले लगाए गए थे:
सीएम ने बताया कि कांग्रेस और अकाली दल ने अपने निवासों में अंदर से ताले लगवा दिए थे ताकि लोग अंदर न जा सकें। चुनाव के वक्त जब अफसरों ने कहा लोगों के बीच जाना होगा, तब बाहर से ताला लगाकर दरवाजे बंद मिले। वे लोग अहंकारी थे और सोचते थे कि नशा बांटकर चुनाव जीत जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब लोग समझ गए हैं और रास्ते खुल गए हैं।
3. सत्ता सिर्फ परिवारों के हाथ में:
भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस और अकाली दल को इसलिए तकलीफ होती है क्योंकि आम घरों के लड़के सत्ता पर काबिज हो गए हैं। पहले केवल उनके परिवारों के बच्चे ही मंत्री, विधायक और मुख्यमंत्री बनते थे।
4. भ्रष्टाचार का इलाज कीमोथेरेपी से होगा:
सीएम ने कहा कि पंजाब में फैले भ्रष्टाचार को कैंसर की तरह देखा जा सकता है। इसे आयोडेक्स लगाकर ठीक नहीं किया जा सकता, बल्कि कीमोथेरेपी यानी सख्त कार्रवाई करनी होगी। इसके लिए उन्होंने पंजाब के लोगों से धैर्य और समय मांगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें किसी की माइनिंग, बसों या ढाबों में हिस्सा नहीं चाहिए, बस पंजाब के लोगों के दुख-दर्द में हिस्सा चाहिए।
सीएम भगवंत मान की यह टिप्पणी पंजाब की राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार की सख्त नीति का भरोसा भी दिलाया और कहा कि उनका लक्ष्य पंजाब को साफ-सुथरा और भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है। यह भाषण पंजाब की राजनीति में नई उम्मीदें और चुनौती दोनों लेकर आया है।