कुल्लू जिले के जाणा गांव में एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां गुड्डी देवी और बबलू के संयुक्त अढ़ाई मंजिला पारंपरिक काष्ठकुणी शैली के मकान में आग लग गई, जिसने मकान को पूरी तरह से तबाह कर दिया। आग की लपटों ने मकान के 6 कमरे, बरामदे और सभी घरेलू सामान सहित सोने-चांदी के गहने भी जलाकर राख कर दिए। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, करीब 30 लाख रुपए का भारी नुकसान हुआ है।
स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तेज आग की वजह से वे असमर्थ रहे। घटना स्थल पर पतलीकूहल फायर चौकी की टीम सूरज भारद्वाज के नेतृत्व में पहुंची और तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। टीम की तत्परता से पास के धयानी देवी और अनंत राम के मकानों को बचाने में सफलता मिली। फायर विभाग की प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। विभाग और स्थानीय प्रशासन मिलकर मामले की जांच कर रहे हैं।
इस हादसे से प्रभावित परिवारों के लिए स्थानीय प्रशासन ने अस्थायी राहत सामग्री पहुंचानी शुरू कर दी है। साथ ही, ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से पीड़ित परिवारों के लिए जल्द पुनर्वास और आर्थिक मदद की मांग की है ताकि वे जल्द से जल्द अपने जीवन को सामान्य कर सकें। यह घटना कुल्लू जिले में बिजली सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है और ग्रामीण इलाकों में आग सुरक्षा उपायों को सख्त करने की आवश्यकता पर जोर देती है।