निसिंग/जोगिंद्र सिंह: गांव बसतली में बिजली विभाग की लापरवाही से किसानों की जान पर बन आई है। पिछले 20 दिनों से किसान हरि सिंह के खेत में बिजली का खंबा और ट्रांसफार्मर टूटा हुआ जमीन पर पड़ा है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की मरम्मत नहीं की गई है। इतना ही नहीं, उसी गांव में किसान ईश्वर सिंह के खेत में बिजली की चालू तारें भी जमीन पर लटकी हुई हैं, जो किसी भी समय जानलेवा हादसे का कारण बन सकती हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को शिकायत दी गई, लेकिन अब तक कोई कारवाई नहीं हुई। किसान ईश्वर सिंह और हरि सिंह ने बताया कि उन्होंने एसडीओ, जेई और लाइनमैन से कई बार संपर्क किया। लेकिन हर बार एक ही जवाब मिलता है – “लेबर नहीं है, आएगी तो ठीक करवा देंगे।” वहीं कर्मचारियों ने किसानों को यह भी कहा कि यदि जल्दी काम करवाना है तो प्राइवेट लेबर से खुद ही करवा लो, लेकिन विभाग से कोई सामान नहीं मिलेगा।
ग्रामीणों में आक्रोश, उठाई कार्रवाई की मांग
गांववासियों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही किसी दिन बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। जमीन पर पड़ी चालू तारों से करंट लगने का खतरा बना हुआ है। यदि कोई बच्चा, किसान या मवेशी इनके संपर्क में आ जाए तो जान भी जा सकती है। लोगों ने मांग की है कि बिजली विभाग तुरंत इस समस्या पर संज्ञान ले और तारों व ट्रांसफार्मर को तुरंत दुरुस्त करे, जिससे किसी प्रकार की अनहोनी न हो। इस मौके पर गांव के प्रमुख लोग जैसे ईश्वर सिंह, मान सिंह, हरि सिंह, धर्म सिंह, गुरमीत सिंह, कृष्ण कुमार, अंकीत चौधरी, पाला राम और सुरेंद्र मौजूद रहे और सभी ने मिलकर विभाग की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई।

सुविधाओं का अभाव
ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग समय पर बिल लेने में पीछे नहीं रहता, लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर कोई जिम्मेदारी नहीं निभाता। यदि किसी कारण से किसान बिल समय पर नहीं दे पाते तो बिना सूचना बिजली काट दी जाती है। गांवों और खेतों में तारें बहुत नीचे झूल रही हैं, जिससे हर समय जान का खतरा बना रहता है। विभाग को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
कई जगह जर्जर तार
ग्रामीणों का कहना है कि जगह-जगह बिजली की तारें जर्जर हो चुकी हैं। उन्हें बदलने की बजाय सिर्फ जोड़ लगाकर काम चलाया जा रहा है। इससे तारें ढीली रहती हैं और आपस में टकरा जाती हैं। बरसात के दिनों में करंट लगने का खतरा और बढ़ जाता है। कई बार हादसे होते-होते टले हैं, लेकिन विभाग सुनवाई नहीं करता।
विभाग गंभीर नहीं
न लाइनमैन, न जेई और न ही एसडीओ – कोई भी अधिकारी इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। बिजली की जमीन पर लटकती तारें और ट्रांसफार्मर जैसी समस्याओं से लोग परेशान हैं। अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं और काम अधूरा छोड़कर चले जाते हैं। जब इस संबंध में बिजली विभाग के एसडीओ से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इससे साफ है कि विभाग इस गंभीर समस्या को लेकर गंभीर नहीं है।