पंजाब के बठिंडा नगर निगम दफ्तर में मंगलवार को एक अनोखा और भावुक कर देने वाला दृश्य देखने को मिला। पंजाब सरकार के लोकल बॉडी मंत्री डॉ. रवजोत सिंह वहां निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। गर्मी के कारण एक बुजुर्ग व्यक्ति अचानक बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़े। जैसे ही मंत्री रवजोत सिंह की नजर उन पर पड़ी, वह तुरंत मदद के लिए दौड़े। डॉक्टर होने के नाते उन्होंने बिना समय गंवाए बुजुर्ग को सीपीआर देना शुरू किया। कुछ ही मिनटों में बुजुर्ग की सांसें फिर चलने लगीं। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
यह पंजाब में शायद पहला मौका है जब किसी मंत्री ने मौके पर खुद किसी को सीपीआर देकर उसकी जान बचाई हो। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है और लोग मंत्री की इस मानवीय पहल की जमकर तारीफ कर रहे हैं। ऐसे वक्त में जब आमतौर पर अधिकारी सिर्फ देखने और आदेश देने तक सीमित रहते हैं, मंत्री रवजोत सिंह का यह व्यवहार लोगों के दिलों को छू गया।
डॉ. रवजोत सिंह पेशे से डॉक्टर हैं और उन्होंने एमडी मेडिसिन की पढ़ाई की है। वह हलका शाम चौरासी से विधायक हैं और पिछले साल हुए कैबिनेट फेरबदल में उन्हें लोकल बॉडी विभाग का मंत्री बनाया गया था। पंजाब सरकार में ऐसे छह मंत्री और विधायक हैं जो डॉक्टरी पृष्ठभूमि से आते हैं। ज़रूरत पड़ने पर सरकार इनसे चिकित्सकीय सेवाएं भी लेती है।
इससे पहले भी 2024 के किसान आंदोलन के दौरान जब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान कई किसान आंसू गैस के कारण घायल हो गए थे, तब डॉक्टर मंत्रियों को मौके पर बुलाकर घायलों की मदद के लिए लगाया गया था। मंत्री बलजीत कौर, जो आई सर्जन हैं, वह भी अक्सर अपने दौरे के दौरान बीमार लोगों का चेकअप करती हैं।
बठिंडा में हुई यह घटना एक मिसाल बन गई है कि यदि नेता और मंत्री खुद संवेदनशील और जिम्मेदार हों, तो किसी की जान बचाना भी संभव है। मंत्री रवजोत सिंह का यह कदम न केवल इंसानियत की मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाता है कि एक डॉक्टर चाहे किसी भी पद पर क्यों न हो, उसका पहला धर्म सेवा ही होता है।