पंजाब सरकार ने राज्य के बुजुर्ग नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत भरी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को 16 महीनों के अंतराल के बाद फिर से शुरू करने का फैसला किया है। यह योजना विशेष रूप से उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए है, जिनकी उम्र 50 वर्ष या उससे अधिक है और जो धार्मिक आस्थाओं के अनुरूप देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक कारणों से ऐसा नहीं कर पाते।
इस योजना की शुरुआत सबसे पहले पंजाब सरकार ने 6 नवंबर 2023 को की थी और 27 दिसंबर 2023 को गुरु पर्व के अवसर पर अमृतसर से पटना साहिब के लिए पहला जत्था रवाना किया गया था। पहले चरण में करीब 53 हजार श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा का लाभ दिया गया था। लेकिन फरवरी 2024 में लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए आचार संहिता लागू हो गई, जिसके चलते यह योजना अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई थी।
अब 3 अप्रैल 2025 को मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई पंजाब कैबिनेट की बैठक में इस योजना को दोबारा शुरू करने की औपचारिक मंजूरी दी गई है। इसके तहत सरकार ने 100 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है। योजना के तहत बुजुर्गों को वातानुकूलित बसों और ट्रेनों में यात्रा कराई जाएगी और उन्हें यात्रा के दौरान मुफ्त भोजन और ठहरने की सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
2011 की जनगणना के अनुसार, पंजाब में 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों की संख्या 28.7 लाख थी, लेकिन अब लगभग 64 लाख लोग ऐसे हैं जो 50 साल की उम्र पार कर चुके हैं और इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना का उद्देश्य इन बुजुर्गों को न सिर्फ धार्मिक यात्रा का अवसर देना है, बल्कि उन्हें सम्मान और सरंक्षण भी प्रदान करना है।
जो लोग इस तीर्थ यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना होगा। उसी समय पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से होगी। इस उद्देश्य के लिए सरकार एक विशेष पोर्टल भी तैयार कर रही है ताकि पंजीकरण की प्रक्रिया सरल और सुगम हो सके।
पंजाब सरकार का यह कदम राज्य के बुजुर्ग नागरिकों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है और यह भी दर्शाता है कि सरकार समाज के हर वर्ग की जरूरतों के प्रति संवेदनशील है। प्रारंभिक चरण में कुछ तकनीकी दिक्कतों, जैसे रेलवे से ट्रेनों की उपलब्धता में देरी, के कारण योजना प्रभावित हुई थी, लेकिन अब इन बाधाओं को दूर कर इसे नए रूप में दोबारा शुरू किया जा रहा है। यह योजना बुजुर्गों के जीवन में नई ऊर्जा और संतोष भरने का कार्य करेगी।