Wednesday, August 13, 2025

प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने पर बवाल, बीजेपी बोली यह जनता पर अन्याय

चंडीगढ़: चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स में की गई भारी बढ़ोतरी को लेकर भाजपा ने कड़ा विरोध जताया है। इस संबंध में आज चंडीगढ़ में एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता शहर की मेयर हरप्रीत कौर बबला ने की। बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा, उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला, जगतार सिंह जग्गा और सभी भाजपा पार्षद उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान भाजपा पार्षदों ने प्रॉपर्टी टैक्स में की गई इस बढ़ोतरी को अनुचित और जनविरोधी करार दिया। पार्षदों ने इस निर्णय की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह बढ़ोतरी बिना नगर निगम की मंजूरी के लागू कर दी गई है, जो कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है। उन्होंने प्रशासन पर मनमाने तरीके से कर बढ़ाने का आरोप लगाते हुए इसे आम जनता के खिलाफ लिया गया फैसला बताया।

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बैठक में मौजूद भाजपा नेताओं और पार्षदों ने कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स में की गई यह वृद्धि आम नागरिकों पर आर्थिक बोझ डालने का काम करेगी। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह फैसला बिना किसी पूर्व चर्चा और सहमति के लिया गया है, जो कि एकतरफा और जनविरोधी है।

भाजपा पार्षदों ने सर्वसम्मति से कहा, “हम इस अन्यायपूर्ण कर वृद्धि का पुरजोर विरोध करते हैं। यह निर्णय नागरिकों की सहमति के बिना लिया गया है और इसका सीधा असर चंडीगढ़ के निवासियों पर पड़ेगा। इस बढ़ोतरी को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।” बैठक के अंत में भाजपा नेताओं ने चंडीगढ़ के नागरिकों को आश्वस्त किया कि वे इस कर वृद्धि के खिलाफ उनके साथ खड़े हैं और इस निर्णय को रद्द करवाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। भाजपा नेताओं ने कहा कि वे जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए हर कानूनी और लोकतांत्रिक तरीका अपनाएंगे।

नागरिकों पर आर्थिक बोझ डालने का आरोप

बैठक में भाजपा नेताओं ने कहा कि वर्तमान समय में महंगाई पहले से ही लोगों की जेब पर भारी पड़ रही है और ऐसे में प्रॉपर्टी टैक्स में अचानक की गई यह वृद्धि लोगों के लिए और अधिक परेशानी का कारण बनेगी। भाजपा नेताओं ने इस फैसले को अनुचित बताते हुए कहा कि प्रशासन को टैक्स बढ़ाने की बजाय अपने खर्चों में कटौती करनी चाहिए और कर वसूली की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाना चाहिए।

 खर्चों पर नियंत्रण रखना चाहिए: 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा ने कहा, “प्रशासन को पहले अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना चाहिए और भ्रष्टाचार को रोकने के उपाय करने चाहिए, न कि जनता पर अतिरिक्त करों का बोझ डालना चाहिए। नगर निगम और चंडीगढ़ प्रशासन को अपने कामकाज में पारदर्शिता लानी चाहिए और करदाताओं पर अतिरिक्त बोझ डालने के बजाय अपने संसाधनों का सही उपयोग करना चाहिए।”

कर वृद्धि के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी

बैठक के दौरान भाजपा नेताओं ने स्पष्ट कर दिया कि यदि प्रशासन ने इस फैसले को वापस नहीं लिया, तो भाजपा चंडीगढ़ के नागरिकों के साथ मिलकर इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ेगी। भाजपा पार्षदों ने यह भी कहा कि वे नगर निगम में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे और जरूरत पड़ी तो अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।

 फैसला पूरी तरह से अव्यवहारिक:   

उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला ने कहा, “यह फैसला पूरी तरह से अव्यवहारिक है। बिना किसी सार्वजनिक परामर्श के इतनी बड़ी कर वृद्धि लागू करना लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है। अगर प्रशासन ने इसे वापस नहीं लिया, तो भाजपा सड़कों पर उतरकर विरोध करेगी।”

फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग: 

बैठक के दौरान सभी पार्षदों ने एकजुटता दिखाते हुए प्रशासन से इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की। भाजपा नेताओं ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द कोई कदम नहीं उठाया, तो भाजपा इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और आंदोलन तेज करेगी।

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