चंडीगढ़ दिनभर, रवि यादव
चंडीगढ़, सामाजिक समरसता के संदेश को घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से
निकाली गई सामाजिक समरसता यात्रा का समापन सेक्टर 32 स्थित सनातन धर्म मंदिर
भवन में हुआ। यह यात्रा 3 नंगल से शुरू होकर फतेहगढ़ साहिब, रोपड़ और मोहाली
होते हुए चंडीगढ़ पहुंची। यात्रा का स्वागत सबसे पहले सेक्टर 48 के सनातन धर्म
मंदिर में हुआ। इसके बाद यात्रा ने बाबा बालकनाथ मंदिर, सेक्टर 29 ए और
चिंतपूर्णी मंदिर, सेक्टर 32 में भक्तों और श्रद्धालुओं का आशीर्वाद लिया।
यात्रा सनातन धर्म मंदिर, सेक्टर 32 पहुंची, जहां भव्य कार्यक्रम का आयोजन
किया गया।
कार्यक्रम में पूज्य साधु-संतों और महात्माओं ने भाग लिया। मुख्य वक्ता देव
जी भाई रावत, जो अखिल भारतीय सामाजिक समरसता प्रमुख हैं, ने उपस्थित जनसमूह को
सामाजिक समरसता और एकता के महत्व पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा, सामाजिक
समरसता का अर्थ केवल एकजुटता नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को समान रूप से
सम्मान और सहयोग देना है। इस अवसर पर स्थानीय नागरिक, श्रद्धालु और कई सामाजिक
संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में
साधु-संतों द्वारा आशीर्वचन और प्रसाद वितरण किया गया। यह यात्रा न केवल सनातन
संस्कृति के आदर्शों को बढ़ावा देने का प्रयास थी, बल्कि सामाजिक एकता का
प्रतीक भी बनी।