मोहाली 7 जनवरी । चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर पिछले दो साल से बंदी सिंहों की
रिहाई के लिए प्रदर्शन कर रहे कौमी इंसाफ मोर्चा के प्रदर्शनकारियों और पुलिस
के बीच आज झड़प हो गई। कौमी इंसाफ मोर्चा ने कजहेड़ी गांव के रास्ते चंडीगढ़ और
कुछ निहंग सिंह चंडीगढ़ सेक्टरों में प्रवेश करने की मांग की और वे सैक्टर-43
चंडीगढ पहुंचे और अंतरराज्यीय बस स्टैंड रोड पर धरना दिया। जब चंडीगढ़ पुलिस को
पता चला कि प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ में घुस गए हैं और वे उग्र हो गए तो चंडीगढ़
पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई।
प्रदर्शनकारियों के इस मार्च का नेतृत्व जेल में बंद हवारा के पिता बापू
गुरचरण सिंह ने किर्या। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर सरकार के
खिलाफ नारेबाजी र्की। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों से समझाने को की कोशिश की
तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई और इस झड़प के दौरान सेक्टर-11
थाना प्रभारी जयवीर राणा सहित अन्य को चोटें आई और वह जख्मी हो गई, चंडीगढ़
पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया, घायल पुलिसकर्मियों को सेक्टर-16 अस्पताल में
भर्ती कराया गया, जहां शुरुआती इलाज के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को छुट्टी दे
दी गई,
उधर, स्थाई मोर्चा की ओर से फेस-7 के साथ लगते वाईपीएस चैक मोहाली पर चंडीगढ़
की ओर जाने वाली सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया गया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी
की गई। इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस के करीब एक हजार पुलिसकर्मी बैरिकेडिंग कर रहे
थे, ताकि कोई भी प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ में प्रवेश न कर सके, इसी बीच कुछ युवाओं
ने बैरिकेडिंग तोड़ने की मांग की कोशिश तो चंडीगढ़ पुलिस ने आंसू गैस के गोले
छोड़े, आंसू गैस के गोले लगने से 10 से 12 प्रदर्शनकारी घायल हो गए, एक 5 से 6
साल की बच्ची बेहोश हो गई, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने
पानी की बौछारें भी कीं, उधर, स्थिति की नजाकत को समझते हुए एसपी सिटी हरवीर
सिंह अटवाल और डीएसपी सिटी 2 हरसिमरन सिंह बल चंडीगढ़ मोहाली बॉर्डर पर पहुंचे
और कौमी इंसापफ मोर्चा के प्रदर्शनकारियों को वापस मोहाली ले आए, जहां
प्रदर्शनकारी फिर से धरने पर बैठ गए।
इस संबंध में कौमी इंसाफ मोर्चा में बैठे निहंग सिंह प्रमुख बाबा राजा राज
सिंह ने कहा कि वह चैथी बार धरना दे रहे थे, लेकिन इसके उलट चंडीगढ़ पुलिस ने
उन पर आंसू गैस के गोले दागे, जिनमें से 2 गोले दागे गए । उन्होंने कहा कि
सरकार का रवैया जनविरोधी और सिख विरोधी है और बार-बार सिखों को परेशान किया जा
रहा है, उन्होंने युवाओं और अन्य लोगों से अपील की कि वे 25 जनवरी को ज्यादा
संख्या में पहुंचें और अधिक से अधिक भाग लें, क्योंकि उस दिन महापंचायत बुलाई
जा रही है,