चंडीगढ़: गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) में राज्य कोटा
एमडी व एमएस सीटों पर चल रहे विवाद को लेकर छात्रों के माता-पिता ने आज यूटी
प्रशासन के सलाहकार और स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखा। पत्र में 2024 के प्रवेश
में देखी गई अनियमितताओं और अस्पष्ट दिशानिर्देशों पर सवाल उठाए गए हैं। पत्र
में कहा गया है कि 2024 के प्रवेश के दौरान आवेदकों से हलफनामा लिया गया था कि
वे चंडीगढ़ के अलावा किसी अन्य राज्य के कोटे का दावा नहीं करेंगे। लेकिन
अस्पष्ट दिशानिर्देशों के कारण विभिन्न राज्यों जैसे पंजाब, हिमाचल प्रदेश,
उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के लगभग 60 उम्मीदवार भी यूटी पूल श्रेणी के तहत
आवेदन कर गए। इससे जीएमसीएच-32 के स्नातकों को उनके अपने संस्थान में प्रवेश
पाने का अवसर कम हो गया। माता-पिता ने 2025 के एमडी व एमएस प्रवेश नियमावली
में इस मुद्दे पर स्पष्टता लाने और एक विस्तृत हलफनामा अनिवार्य करने का
अनुरोध किया है। उनका कहना है कि आवेदकों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने
चंडीगढ़ के अलावा किसी अन्य राज्य कोटे का लाभ नहीं उठाया है। छात्रों के
माता-पिता ने यह भी बताया कि इस तरह की समस्याएं एमबीबीएस प्रवेश में पहले से
हल की गई हैं और इसे एमडी व एमएस प्रवेश में भी लागू किया जाना चाहिए।
उन्होंने आग्रह किया कि प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाए ताकि जीएमसीएच-32 के
स्नातकों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाया जा सके।