चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़:
पशुपालन विभाग ने चंडीगढ़ में मवेशियों में गांठदार त्वचा रोग (लम्पी स्किन
डिजीज) के खिलाफ तीसरे दौर का टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह
संक्रामक बीमारी कैप्री पॉक्स वायरस के कारण होती है और मवेशियों में तेजी से
फैलती है।
पशुपालन सचिव हरि कल्लिक्कट ने जानकारी दी कि विभाग ने इस बीमारी को रोकने के
लिए अब तक मवेशियों को 25641 टीके लगाए हैं। इसके तहत 9000 खुराक निःशुल्क दी
गईं। चंडीगढ़ में प्रभावी सीरो और शारीरिक निगरानी के कारण वर्ष 2023 से इस
बीमारी को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि
जैव-सुरक्षा उपाय, पशुओं की आवाजाही पर नियंत्रण और प्रभावित जानवरों को अलग
रखने जैसे कदमों का पालन किया गया है।
गौशालाओं को 2000 टीके मुफ्त में उपलब्ध कराए गए हैं। पशुओं के मालिकों को भी
सभी जरूरी सहायता दी गई है। पशुपालन निदेशक पवित्रा सिंह ने पशुपालकों से अपील
की है कि मवेशियों में किसी भी प्रकार की असामान्य मृत्यु दर या बीमारी की
स्थिति में तुरंत निकटतम पशु चिकित्सा अस्पताल में रिपोर्ट करें।
पशुपालकों को जागरूक करने के लिए विशेष शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसके
तहत उन्हें बीमार और स्वस्थ पशुओं को अलग रखने, तरल और नरम आहार देने और परिसर
की नियमित सफाई पर जोर देने की सलाह दी जा रही है।
गौरतलब है कि जहां पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश इस बीमारी से
गंभीर रूप से प्रभावित हुए, वहीं चंडीगढ़ अब तक लम्पी स्किन डिजीज से मुक्त है।