रायपुर रानी खंड के गांव नटवाल, टोड़ा, ककराली और जासपुर में मूसलधार बारिश ने तबाही मचाई है। बरसाती पानी ने गांवों के खेतों में भारी नुकसान पहुंचाया है और फसलें डूबकर बर्बाद होने की कगार पर हैं। इस गंभीर स्थिति का जायजा लेने के लिए जिला परिषद सदस्य बहादुर राणा ककराली ने अधिकारियों के साथ दौरा किया। इस दौरान उनके साथ कानून गो हरविंदर और पटवारी अनामिका भी मौजूद थे। जानकारी देते हुए बहादुर राणा ने बताया कि ककराली और जासपुर में सैंकड़ों एकड़ धान की फसल पिछले कई दिनों से बरसाती पानी में डूबी हुई है, जिससे उसकी खराब होने की संभावना है। इसके अलावा, नटवाल, टोड़ा और जासपुर में टांगरी नदी के बढ़ते जलस्तर से कई एकड़ भूमि बह गई है। राणा ने कहा कि किसान अब पूरी तरह से टूट चुके हैं, उनकी उम्मीदें पानी में डूब चुकी हैं। सबसे बड़ा संकट टोडा गांव में स्थित टांगरी नदी पर बने पुल को लेकर है। राणा ने बताया कि पुल के पश्चिम दिशा में भूमि कटाव रोकने के लिए जो स्लैब लगाई गई थी, वह बह गई है और अब पुल के पास की रेतीली मिट्टी भी कटाव के कारण बह रही है। इस स्थिति से पुल को नुकसान होने का खतरा बहुत बढ़ गया है। राणा ने पी.डब्ल्यू. डी विभाग के अधिकारियों को इस गंभीर स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि अगर इस पुल को समय रहते नहीं बचाया गया तो इलाके का संपर्क पूरी तरह से टूट जाएगा और यह एक और संकट पैदा करेगा। उन्होंने प्रशासन से इस आपदा के समय में त्वरित राहत कार्य शुरू करने की अपील की है, ताकि प्रभावित गांवों के किसानों और ग्रामीणों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।







