रेड रिबन क्लब (आरआरसी) ने यूथ रेड क्रॉस और इको क्लब के सहयोग से राष्ट्रीय टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर और नाको एड्स ऐप के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य प्रतिभागियों को एचआईवी/एड्स से संबंधित सहायता, जानकारी और सेवाएँ प्रदान करने में इन संसाधनों के महत्व के बारे में शिक्षित करना था। इस सत्र का उद्देश्य प्रतिभागियों को इन संसाधनों के बारे में जानकारी प्रदान करना और उन्हें अपने नेटवर्क के साथ इस जानकारी को सांझा करने के लिए प्रोत्साहित करना था। डॉ. शिखा जग्गी ने राष्ट्रीय टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर और नाको एड्स ऐप पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें उनकी विशेषताओं, लाभों और उपयोग पर प्रकाश डाला गया। प्रतिभागियों ने एक संवादात्मक सत्र में भाग लिया, जहाँ उन्होंने परामर्श, परीक्षण और रेफरल सहायता सहित हेल्पलाइन की सेवाओं के बारे में जाना। डॉ. मीनू राठी ने बताया कि राष्ट्रीय टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर एचआईवी/एड्स से प्रभावित व्यक्तियों को गोपनीय सहायता, परामर्श और रेफरल सेवाएँ प्रदान करता है। प्राचार्य डॉ. रोहित दत्त ने छात्रों से बातचीत की और बताया कि हेल्पलाइन और ऐप दोनों ही एचआईवी/एड्स से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए जागरूकता, रोकथाम और सहायता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इको क्लब के संयोजक डॉ. कुलदीप यादव ने जानकारीपूर्ण सत्र की सराहना की। यह प्रचार सत्र राष्ट्रीय टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर और नाको एड्स ऐप के बारे में जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा। इस सत्र में लगभग 60 छात्रों ने भागीदारी के लिए पंजीकरण कराया था। इस सत्र ने प्रतिभागियों को इन संसाधनों के बारे में जानकारी प्रदान की और उन्हें अपने नेटवर्क के साथ इस जानकारी को सांझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। रेड रिबन क्लब व्यापक दर्शकों तक पहुँचने के लिए विभिन्न माध्यमों से इन संसाधनों का प्रचार जारी रखने की योजना बना रहा है।







