रायपुररानी, देवेन्द्र सिंह: पशुपालन एवं डेयरी विभाग हरियाणा द्वारा रायपुररानी में स्थापित जैव सुरक्षा स्तर-2 प्रयोगशाला इन दिनों मात्र शोपीस बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के हरियाणा स्टेट मीडिया प्रभारी अभिषेक सैनी ने इस मामले को गंभीर लापरवाही बताते हुए मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुँचाया है। अभिषेक सैनी का कहना है कि जब वह अपने पशुओं के रक्त नमूनों की जाँच कराने प्रयोगशाला पहुँचे तो वहाँ नियुक्त डॉक्टर ने न केवल जाँच करने से साफ इंकार कर दिया, बल्कि यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि उनके पास जाँच की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है और वे केवल मरम्मत कार्य देखने आए हैं।

अभिषेक ने आरोप लगाया कि इस अत्याधुनिक प्रयोगशाला का कोई लाभ पशुपालकों को नहीं मिल रहा है और आज भी ग्रामीणों को अपने पशुओं की जाँच कराने के लिए पंचकूला धक्के खाने पड़ रहे हैं, जिससे उनका समय, पैसा और मेहनत तीनों बर्बाद हो रहे हैं। जबकि पशुपालन अधिकारी डॉ.सोमेन्द्र जुनेजा ने इस संबंध में जानकारी दी और बताया कि भवन की स्थिति खराब होने के कारण कुछ समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। शीघ्र ही भवन की मरम्मत करवाकर छोटे परीक्षणों की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि अगले वर्ष तक सभी मशीनरी और सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी, तो पशुपालकों के अधिकतर परीक्षण यहीं किए जाएंगे। बाकी बड़े परीक्षणों के लिए सभी जिला स्तर पर लैब्स पहले से उपलब्ध हैं। अभिषेक सैनी ने मांग की है कि रायपुररानी प्रयोगशाला में रक्त एवं अन्य पशु रोगों की जाँच सुविधा तुरंत शुरू की जाए, इसे आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाए और नियुक्त डॉक्टर की जिम्मेदारी तय कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए तो कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर आंदोलन का रास्ता अपनाएगी।







