यूनियन प्रधान धर्मवीर ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही गार्बेज कलेक्टरों का बकाया मेहनताना जारी नहीं किया गया, तो इसका खामियाजा नगर निगम को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने साफ कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था अगर बिगड़ती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी निगम और उनके अधिकारियों की होगी।
धर्मवीर राणा ने नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार से मांग की है कि बिना देरी किए सभी गार्बेज कलेक्टरों का भुगतान किया जाए। अन्यथा यूनियन मजबूरन सड़कों पर उतरकर जोरदार विरोध प्रदर्शन करेगी।
शहर में सफाई कर्मचारियों का यह गुस्सा अब बड़ा आंदोलन बनने की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। यदि मजदूरों की मांगें पूरी नहीं हुईं तो चंडीगढ़ में कचरा प्रबंधन और सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ सकती है।







