रविवार शाम हालात तब बिगड़ गए जब वेंडर्स ने कथित तौर पर शोरूम के बाहर रखे गमले तोड़ दिए। इस घटना से गुस्साए कारोबारियों ने रात को सड़क के बीचों-बीच धरना दे दिया, जिसके चलते पूरे इलाके में लंबा जाम लग गया और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कारोबारियों ने पुलिस पर हफ्ता वसूली और शिकायतों पर कार्रवाई न करने का गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने न तो धमकी देने वालों पर कार्रवाई की और न ही अवैध वेंडर्स को रोका।
स्टेट अवॉर्ड लौटाया, गृह सचिव से मिलने की तैयारी
मार्केट एसोसिएशन (किरण ब्लॉक) के अध्यक्ष विशु दुग्गल ने बताया कि इस मार्केट को स्वच्छता के लिए नगर निगम और प्रशासन द्वारा दिया गया स्टेट अवॉर्ड उन्होंने विरोधस्वरूप लौटा दिया है और इसकी स्मृति सेक्टर-22 पुलिस चौकी में जमा करवा दी है। दुग्गल का कहना है, “यह शहर की प्रतिष्ठित मार्केट है, जहां ट्राईसिटी ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी लोग खरीदारी करने आते हैं। अवैध वेंडर्स से हमारी छवि और व्यापार दोनों बर्बाद हो रहे हैं।
डीजीपी आवास पर पहुंचा विरोध, पुलिस में हड़कंप
कार्रवाई की मांग को लेकर देर रात कारोबारी डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा के सरकारी आवास पर पहुंच गए। वहां तैनात पुलिस बल ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया, जिससे मौके पर हलचल मच गई। इसके बाद पहुंचे डीएसपी सेंट्रल उदयपाल ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर शिकायत दर्ज कराने का आश्वासन दिया। फिलहाल सेक्टर-22 पुलिस चौकी ने शिकायत लेकर जांच शुरू कर दी है।

पार्षद का आरोप पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
प्रदर्शन में शामिल क्षेत्रीय पार्षद दामनप्रीत सिंह ने कहा हम लंबे समय से पुलिस को बार-बार शिकायत कर रहे हैं कि वेंडर्स हमें लगातार धमका रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूरी में आज व्यापारी धरने पर बैठे। यदि डीएसपी ने आश्वासन नहीं दिया होता तो हम सीधे डीजीपी से मिलकर पुलिस की लापरवाही का सबूत उनके सामने रखते। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि धमकी देने वालों की गिरफ्तारी जल्द नहीं होती, तो वह फिर से घेराव करेंगे।
अगला कदम बड़ा आंदोलन संभव
मार्केट के कारोबारियों ने साफ कहा है कि यदि सोमवार शाम तक अवैध वेंडर्स को हटाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई नहीं हुई, तो वह बड़े पैमाने पर धरना देंगे और शहरव्यापी विरोध की रूपरेखा बनाएंगे। यह विवाद न केवल मार्केट के कारोबारी माहौल को प्रभावित कर रहा है, बल्कि शहर में कानून-व्यवस्था को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।