Thursday, August 14, 2025

एडवांस सॉफ्टवेयर 2.0 फेल, राखी भेजने वालों को भारी परेशानी, डाक विभाग को लाखों का नुकसान

भरत अग्रवाल, चंडीगढ़ दिनभर: शहरभर के डाकघरों में लागू किए गए एडवांस सॉफ्टवेयर 2.0 ने पूरी व्यवस्था को ठप कर दिया। डाक विभाग ने इस सॉफ्टवेयर को लेकर बड़े दावे किए थे कि अब सेवाएं पहले से तेज और तकनीकी रूप से सशक्त होंगी। लेकिन शुरुआत में ही तकनीकी खामियों के कारण न तो स्पीड पोस्ट हो सकी, न रजिस्ट्री, और न ही अन्य जरूरी सेवाएं सुचारू रूप से चल सकीं।

सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन का कार्य कई दिनों से चल रहा था। शनिवार को सभी डाकघरों में कामकाज रोककर तैयारियां की गई थीं। विभाग ने भरोसा दिलाया था कि सारी सेवाएं सामान्य हो जाएंगी। लेकिन जब डाकघर खुले, तो सिस्टम ने काम करना ही बंद कर दिया। पहले कहा गया कि सर्वर में मामूली दिक्कत है, लेकिन कुछ ही देर में स्पष्ट हो गया कि सॉफ्टवेयर ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया है।

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दिनभर लोग डाकघरों में चक्कर लगाते रहे। एक डाकघर से दूसरे डाकघर तक भटकते लोगों को हर जगह यही जवाब मिला—”सिस्टम डाउन है”। रक्षाबंधन से पहले राखी और उपहार भेजने आए लोगों की भीड़ सबसे ज्यादा थी। विशेषकर
महिलाओं को निराश होकर लौटना पड़ा।

शहरभर के साथ-साथ ग्रामीण डाकघरों में भी यही हालात बने रहे। अनुमान है कि यह तकनीकी समस्या दो से तीन दिन तक और रह सकती है। इस तकनीकी विफलता से न केवल जनता को परेशानी हुई, बल्कि डाक विभाग को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान भी हुआ है। वहीं, जिन लोगों को जरूरी दस्तावेज, पत्र या धन भेजना था, उन्हें वैकल्पिक उपाय खोजने पड़े।

इस पूरे घटनाक्रम का सबसे बड़ा लाभ निजी कूरियर कंपनियों को मिला। डाक सेवाएं ठप होने के कारण लोग तेजी से कूरियर एजेंसियों की ओर मुड़े। शहरभर की कूरियर दुकानों पर दिनभर भारी भीड़ रही। लोगों ने स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री, पार्सल जैसी सेवाएं कूरियर माध्यम से करवाईं, जिससे इन कंपनियों की कमाई में अचानक इजाफा हुआ।

एडवांस सॉफ्टवेयर 2.0 की विफलता ने डाक विभाग की कार्यप्रणाली और तैयारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तकनीक आधारित सुधार के लिए केवल योजना बनाना ही नहीं, बल्कि उसे प्रभावी ढंग से लागू करना भी जरूरी है। जनता अब उम्मीद कर रही है कि विभाग जल्द से जल्द इस खामी को दूर करेगा और सेवाएं सामान्य होंगी।

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