अजीत झा, चंडीगढ़ दिनभर: चंडीगढ़ पुलिस को नया प्रमुख मिल गया है। 1997 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद का कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले वे दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त (इंटेलिजेंस) के पद पर तैनात थे। सेक्टर-26 स्थित पुलिस लाइन में आयोजित स्वागत समारोह में डीआईजी पुष्पेंद्र कुमार, एसएसपी कंवरदीप कौर, एसपी प्रियंका, एसपी मंजीत सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। डॉ. हुड्डा को महिला एवं बाल सुरक्षा, पूर्वोत्तर क्षेत्रों की पुलिसिंग, मीडिया सेल और परसेप्शन मैनेजमेंट जैसे कई अहम क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है। शहर में मजबूत कानून-व्यवस्था और प्रभावी अपराध नियंत्रण हमारी पहली प्राथमिकता होगी डीजीपी डॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चंडीगढ़ पुलिस ने हाल ही में लागू हुए नए भारतीय दंड संहिता को प्रभावी ढंग से अपनाया है। अब लक्ष्य है कि इस कानूनी बदलाव को जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन के साथ लागू किया जाए।डॉ. हुड्डा ने बताया कि विभागीय बैठकों की श्रृंखला जल्द शुरू होगी, जिनमें व्यवस्था की खामियों, आमजन की अपेक्षाओं और सुधार की दिशा में मंथन किया जाएगा।
पूर्व डीजीपी सुरेंदर यादव का कार्यकाल विवादों में घिरा रहा:
पूर्व डीजीपी सुरेंद्र यादव का कार्यकाल कई कारणों से चर्चा में रहा। उनके कार्यकाल में एक सब-इंस्पेक्टर को एसएचओ नियुक्त किया गया, जो आमतौर पर इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी की जिम्मेदारी होती है। इसके अलावा एक डीएसपी पर एफआईआर दर्ज हुई और चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई, जिन पर डीजीपी के खिलाफ गुप्त बैठक कर केंद्र सरकार को पत्र भेजने का आरोप था। इसी दौरान डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल के इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह पर भी एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया, जिससे विभाग में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
नए नेतृत्व से नई उम्मीदें:
डॉ. सागर प्रीत हुड्डा की नियुक्ति से न सिर्फ पुलिस विभाग बल्कि आमजन में भी एक नई ऊर्जा और पारदर्शिता की उम्मीद जगी है। अब सबकी नजर इस पर टिकी है कि क्या वे पूर्व कार्यकाल की छाया से बाहर निकलकर पुलिसिंग में जनता का भरोसा दोबारा कायम कर पाएंगे।