Thursday, August 14, 2025

कांग्रेस ने शहर की जर्जर सड़कों को लेकर नगर निगम आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

भरत अग्रवाल, चंडीगढ़ दिनभर: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अध्यक्ष एच.एस. लक्की के नेतृत्व में सोमवार को नगर निगम चंडीगढ़ के आयुक्त अमित कुमार को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें शहर में सड़कों की बिगड़ती हालत को “अभूतपूर्व और बेहद चिंताजनक” करार देते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की गई।

इस मौके पर वरिष्ठ उपमहापौर जसबीर सिंह बंटी, उपमहापौर तरुणा मेहता, पार्षद गुरप्रीत गबी, दर्शना रानी, निर्मला देवी और सचिन गालव के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता यदविंदर मेहता और दिलावर सिंह भी मौजूद रहे।

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कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह पहली बार है जब चंडीगढ़ जैसे योजनाबद्ध शहर की सड़कों की हालत इतनी खराब हो गई है। कभी शहर की पहचान रही चिकनी और टिकाऊ सड़कें अब गहरे गड्ढों, टूटी सतहों, असमान मार्गों और टूटे किनारों
से जूझ रही हैं, जिससे यात्रियों और पैदल चलने वालों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

शिकायतों के बावजूद कोई असर नहीं

नेताओं ने बताया कि क्षेत्रवासियों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों (RWAs) और पार्षदों द्वारा कई बार शिकायतें करने के बावजूद, नगर निगम या प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। अब बरसात ने हालात और बिगाड़ दिए हैं—कई क्षेत्रों में जलभराव और तेज़ी से सड़क की मिट्टी और डामर बहने की घटनाएं हो रही हैं।

सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके:

ज्ञापन में उन इलाकों का विशेष तौर पर उल्लेख किया गया जहाँ हालत

सबसे खराब है:

आवासीय क्षेत्रों की आंतरिक सड़कें – सभी सेक्टरों की गलियों में गहरे गड्ढे हैं। इंडस्ट्रियल एरिया फेज I और II – टूटी सड़कें व्यापार और दैनिक आवाजाही को प्रभावित कर रही हैं।

कालोनियाँ और गाँव – धनास, मौली जागरां, हल्लोमाजरा, बुरैल, बापूधाम, पलसौरा, रामदरबार, इंदिरा कॉलोनी, मलोया और मनीमाजरा जैसे क्षेत्र पूरी तरह उपेक्षित हैं।

बाजारों की सड़कें – दोपहिया वाहनों, साइकिल सवारों और बुजुर्गों के लिए बेहद असुरक्षित।

मुख्य सड़कें – खासकर सेक्टर 26 अनाज मंडी से ट्रांसपोर्ट एरिया की सड़कें बेहद खराब हालत में हैं।

करोड़ों की फंडिंग, फिर भी हाल बेहाल:

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हर साल सड़क मरम्मत और रखरखाव के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये का बजट आवंटित होता है, फिर भी ज़मीनी स्तर पर काम की गुणवत्ता और पारदर्शिता नहीं दिखती। “काम की प्रक्रिया अव्यवस्थित, लापरवाह और गैर-जिम्मेदार है। जनता परेशान है और नगर निगम की साख गिरती जा रही है,” ज्ञापन में कहा गया।

ज्ञापन में कांग्रेस पार्टी ने निम्नलिखित प्रमुख माँगें रखीं:

स्वतंत्र तकनीकी एजेंसी की निगरानी में शहर भर की सड़कों की सर्वेक्षण रिपोर्ट बनाई जाए।

तत्काल प्रभाव से गड्ढों वाली और क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण शुरू किया जाए।

पिछले तीन वित्तीय वर्षों में हुए सभी टेंडरों, बजट, समयसीमा और प्रगति की सार्वजनिक जानकारी दी जाए।

सड़क संबंधी शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया जाए, जिसकी साप्ताहिक निगरानी वरिष्ठ अभियंताओं द्वारा की जाए।

घटिया कार्य करने वाले ठेकेदारों और इंजीनियरों पर जुर्माना और ब्लैकलिस्टिंग सहित सख्त कार्यवाही की जाए।

कांग्रेस प्रतिनिधियों ने कहा कि चंडीगढ़ कभी बेहतरीन शहरी योजना और साफ़-सुथरी सड़कों के लिए जाना जाता था, लेकिन आज की स्थिति प्रशासनिक उदासीनता और विफलता को दर्शाती है।

एच.एस. लक्की ने आयुक्त से अनुरोध किया कि इस विषय को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लें और जनता की तकलीफों को देखते हुए बिना देर किए तुरंत कार्यवाही शुरू करें।

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