पंचकूला: भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा (संबंधित सीटू) के जिला सचिव लच्छी राम शर्मा ने बताया कि यूनियन किसी भी हालत में मजदूरों के कार्यों पर लगी रोक को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बजाय सीधे-सीधे निर्माण मजदूरों के काम रोक दिए हैं, जो सरासर अन्याय है। यूनियन ने 5 अगस्त को बरवाला ब्लॉक पर जोरदार प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
लच्छी राम शर्मा ने बताया कि यूनियन की राज्य कमेटी की बैठक 21 जुलाई को सम्पन्न हुई, जिसमें फैसला लिया गया कि 22 जुलाई से 5 अगस्त तक हरियाणा के हर गांव में जाकर मजदूरों को सरकार की विफलताओं के बारे में बताया जाएगा और फिर 5 अगस्त को ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 10 जुलाई को श्रम कल्याण बोर्ड ने श्रम मंत्री अनिल विज की सिफारिश पर मजदूरों के सभी कार्य यह कहकर रोक दिए कि बोर्ड में भ्रष्टाचार फैला हुआ है। जबकि सरकार को भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए थी, ना कि मजदूरों को सज़ा देना चाहिए था।
उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूरों के कन्यादान, छात्रवृत्ति, मृत्यु, पितृत्व-मातृत्व लाभ, स्कूटी योजना जैसी योजनाओं की राशि वर्षों से लंबित है। कई आवेदनों को बार-बार बेबुनियाद आपत्तियों के नाम पर लटकाया जा रहा है। मजदूरों के आवेदन 100% पूरे होने के बावजूद DBT भुगतान रोका हुआ है, जिससे श्रमिकों में गहरा आक्रोश है। यूनियन ने मांग की है कि तुगलकी आदेश वापिस लिए जाएं, रोकी गई सुविधाएं बिना शर्त बहाल की जाएं और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
लच्छी राम शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द मांगें नहीं मानीं तो 20 जुलाई से 5 अगस्त तक हरियाणा के सभी ब्लॉकों में प्रदर्शन किया जाएगा और सितंबर में जिला व विधानसभा स्तर पर आंदोलन तेज किया जाएगा। इसके बाद 14 सितंबर को राज्यभर के हजारों निर्माण मजदूर श्रम मंत्री के आवास पर डेरा डालेंगे और निर्णायक संघर्ष करेंगे।