भरत अग्रवाल, चंडीगढ़ दिनभर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह बढ़हेड़ी को अपने सोशल मीडिया कमेंट पर कोई पछतावा नहीं है। उनका कहना है कि उन्होंने यह टिप्पणी चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एच.एस. लक्की को छोटा भाई मानते हुए की थी। लेकिन उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजना बदले की भावना से प्रेरित है। इसलिए अब वह इसका जवाब सीधे पार्टी हाईकमान को भेजेंगे। सूत्रों के अनुसार, इस बार भूपेंद्र सिंह बढ़हेड़ी, लक्की की सोशल मीडिया पर साझा की गई एक तस्वीर पर की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगेंगे। वहीं, चंडीगढ़ कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि यह पहला मौका नहीं है जब बढ़हेड़ी ने पार्टी नेताओं को लेकर विवादित टिप्पणी की हो। इससे पहले भी वे पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा, पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल और पूर्व प्रधान सुभाष चावला के खिलाफ इस तरह के विवादों में रह चुके हैं।
कांग्रेस से जुड़े नेताओं का कहना है कि बढ़हेड़ी हर बार किसी न किसी ‘जुगाड़’ से बच निकलते हैं, लेकिन इस बार संगठन उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के मूड में है।
2020 में भी हुआ था विवाद, नोटिस जारी कर मांगा गया था जवाब:
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2020 में भी बढ़हेड़ी ने चंडीगढ़ कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के खिलाफ एक व्हाट्सएप ग्रुप में आपत्तिजनक और विवादित पोस्ट की थी। उस वक्त चंडीगढ़ टेरिटोरियल कांग्रेस कमेटी (सीटीसीसी) ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस में कहा गया था कि उन्होंने पार्टी के नियमों का उल्लंघन किया है और अध्यक्ष की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। साथ ही यह भी उल्लेख किया गया था कि यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी वे वरिष्ठ नेताओं पर सार्वजनिक रूप से टिप्पणी कर चुके हैं। नोटिस में बढ़हेड़ी से 72 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया था कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। जवाब न मिलने की स्थिति में सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी गई थी। अंतत: यह विवाद पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल के घर पर सुलझाया गया था, जहाँ बढ़हेड़ी ने लिखित में माफीनामा दिया था।