चंडीगढ़: उत्तर भारत के प्रमुख शिक्षण संस्थानों में गिने जाने वाले मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय (एमसीएम) में शैक्षणिक सत्र 2025–26 की प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत के पहले ही दिन बड़ी संख्या में छात्राएं दाखिला लेने पहुँचीं। कॉलेज परिसर में विद्यार्थियों की चहल-पहल और उनके चेहरों पर झलकता उत्साह देखते ही बनता था।
एमसीएम कॉलेज अपनी शैक्षणिक गुणवत्ता और महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए जाना जाता है। यही वजह रही कि बीए प्रथम सेमेस्टर, सभी एमए पाठ्यक्रमों, मास कम्युनिकेशन में पीजीडीएमसी और कंप्यूटर एप्लीकेशन में पीजीडीसीए में दाखिले के लिए छात्राओं की अभूतपूर्व भीड़ देखने को मिली। रोजगार और कौशल विकास से जुड़े कोर्स जैसे स्किल एनहांसमेंट, मल्टीडिसिप्लिनरी व वैल्यू-एडेड प्रोग्राम भी छात्राओं को खासा आकर्षित कर रहे हैं।
कॉलेज की कार्यकारी प्राचार्य नीना शर्मा ने कहा कि अभिभावकों व छात्राओं की सक्रिय भागीदारी यह दिखाती है कि लोग एमसीएम पर कितना भरोसा करते हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर उन्हें आत्मनिर्भर और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम बना रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि एमसीएम कॉलेज भविष्य में भी अपने मिशन पर कायम रहते हुए युवतियों को उत्कृष्ट शिक्षा और बेहतर अवसर प्रदान करता रहेगा, ताकि वे देश और समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभा सकें। प्रवेश प्रक्रिया का यह उत्साहजनक माहौल कॉलेज की मजबूत छवि और वर्षों की मेहनत का परिणाम है।