भरत अग्रवाल, चंडीगढ़ दिनभर: चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एचएस लक्की से उलझना कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह बढहेड़ी को भारी पड़ गया। चंडीगढ़ कांग्रेस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बढहेड़ी को नोटिस भेजकर स्पष्ट किया है कि उन्हें
नोटिस जारी होने की तारीख से सात दिनों के भीतर अपना लिखित स्पष्टीकरण देना होगा। ऐसा न करने की स्थिति में उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अब उनके पास दो ही रास्ते हैं—या तो वह चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रधान लक्की से लिखित में माफी मांगते हैं, या फिर लक्की पर की गई टिप्पणी पर अपना स्पष्ट स्टैंड रखते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, चंडीगढ़ कांग्रेस अब बढहेड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना चुकी है।
चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रधान एचएस लक्की की सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई एक फोटो पर किए गए बढहेड़ी के कमेंट ने संगठन को हिला कर रख दिया है। पार्टी नेतृत्व ने कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह बढहेड़ी को कारण बताओ नोटिस (शो कॉज) जारी किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और अनुशासनहीन टिप्पणियां की हैं।
कांग्रेस के महासचिव अच्छे लाल गोर द्वारा 12 जुलाई को जारी नोटिस में कहा गया है कि बढहेड़ी का यह व्यवहार पार्टी अनुशासन और सिद्धांतों के पूरी तरह खिलाफ है। नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि भूपिंदर सिंह पहले भी इस तरह की अनुशासनहीन गतिविधियों में शामिल रहे हैं और माफी भी मांग चुके हैं। बावजूद इसके, एक बार फिर वही आचरण दोहराना गंभीर चिंता का विषय है।
क्या है मामला?
इस पूरे विवाद की शुरुआत तब हुई जब चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने सोशल मीडिया पर एक फोटो साझा की। इस पर भूपिंदर सिंह बढहेड़ी ने तीखी और विवादास्पद टिप्पणी कर दी। उन्होंने लिखा कि लक्की “मौका देखकर स्टैंड बदलते हैं” और यह भी आरोप लगाया कि राजनीति में उन्होंने हमेशा अपने साथियों को धोखा दिया है। इसके बाद पार्टी के भीतर नाराजगी की लहर दौड़ गई और तुरंत कार्रवाई की मांग उठी।
पार्टी के भीतर संदेश स्पष्ट:
कांग्रेस ने इस नोटिस के जरिए यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वह सोशल मीडिया पर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी, चाहे व्यक्ति कितना भी वरिष्ठ क्यों न हो।
बढहेड़ी का राजनीतिक सफर:
भूपिंदर सिंह बढहेड़ी चंडीगढ़ कांग्रेस के एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता माने जाते हैं। वे कई बार पार्टी में अहम पदों पर रह चुके हैं और जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ रही है। लेकिन पिछले कुछ समय से वे सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी राय रखने के लिए चर्चा में हैं, जो अब उनके लिए मुश्किल का कारण बन गया है।
क्या होगा आगे?
अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भूपिंदर सिंह बढहेड़ी इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं। क्या वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हैं, या पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोलते हैं? सात दिनों के भीतर उनका रुख इस पूरे विवाद को एक नया मोड़ दे सकता है।