चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी (AAP) चंडीगढ़ के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज पार्टी अध्यक्ष विजयपाल सिंह के नेतृत्व में यूटी प्रशासक को एक ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने मनीमाजरा के 24×7 वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले की सीबीआई या एसआईटी से जांच की मांग की है।
पार्टी चाहती है कि जांच किसी वरिष्ठ न्यायाधीश की निगरानी में हो। पार्टी ने प्रोजेक्ट में हुई भारी गड़बड़ियों को लेकर गंभीर चिंता जताई है। AAP का कहना है कि ₹75 करोड़ की राशि से जुड़े इस प्रोजेक्ट में प्रशासनिक, तकनीकी और वित्तीय स्तर पर जानबूझकर गड़बड़ी की गई है, जो बिना वरिष्ठ अधिकारियों और प्रभावशाली नेताओं की मिलीभगत के संभव नहीं थी।
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि मौजूदा विजिलेंस जांच प्रभावी नहीं है क्योंकि जांच अधिकारी वरिष्ठ अधिकारियों और राजनीतिक दबाव में काम कर रहे हैं। ऐसे में स्वतंत्र और पारदर्शी जांच जरूरी है। आम आदमी पार्टी ने बताया कि यह मुद्दा पहले भी नगर निगम की सदन बैठक में उठाया जा चुका है। पार्टी के मेयर ने इस प्रोजेक्ट का विरोध करते हुए जवाबदेही और पारदर्शिता की मांग की थी। इसके अलावा, जब गृह मंत्री ने मनीमाजरा में इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया था, तब AAP के मेयर ने समारोह का बहिष्कार भी किया था।
पार्टी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कई अहम सवाल भी उठाए:
- भाजपा अध्यक्ष का रुख एक साल में कैसे पूरी तरह बदल गया?
- भाजपा पार्षद और उनकी मेयर इस मुद्दे पर क्या रुख रखते हैं?
- क्या भाजपा नेता विशेष सदन बुलाकर इस प्रोजेक्ट को रद्द करने का साहस दिखा सकते हैं?
- विजयपाल सिंह ने कहा कि यह घोटाला सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि जनता के साथ विश्वासघात है। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि इस घोटाले की निष्पक्ष, निष्कलंक और तेज़ जांच करवाई जाए