चंडीगढ़ (अजीत झा): मलोया थाना क्षेत्र में 7 जुलाई को हुए एक सनसनीखेज हत्या कांड को चंडीगढ़ पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। इस हमले में 17 वर्षीय किशोर देव की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी महिला पम्मी समेत तीन नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में प्रयुक्त दो चाकू और एक ई-रिक्शा भी बरामद किया गया है।
इस केस की गुत्थी वरिष्ठ शहर की एसएसपी कनवदीप कौर, आईपीएस के निर्देश पर एसपी सिटी के.एम. प्रियंका के मार्गदर्शन और एएसपी साउथ अनुराग डारू की निगरानी में सुलझाई गई। जांच टीम का नेतृत्व मलोया थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर जसबीर सिंह ने किया।
क्या है पूरा मामला?
7 जुलाई 2025 को झामपुर निवासी शिकायतकर्ता विनय रावत ने बताया कि वह मलोया में किराना दुकान चलाता है। घटना वाले दिन दोपहर करीब 2:30 बजे वह अपने छोटे भाई 17 वर्षीय देव और दोस्त आकाश के साथ स्कूटर की ब्रेक ठीक कराने झामपुर बैरियर, मालोया रोड गया था।
इसी दौरान एक ई-रिक्शा में सवार होकर पम्मी और तीन अन्य युवक वहां पहुंचे और उन्होंने तीनों पर हमला कर दिया। हमलावरों ने देव के सीने में चाकू घोंप दिया, जिससे उसकी मौके पर ही हालत गंभीर हो गई। विनय और आकाश पर भी हमला हुआ। देव को तत्काल जीएमएसएच-16 ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।गिरफ्तार आरोपी महिला की पहचान झामपुर निवासी 35 वर्षीय महिला पम्मी के रूप में हुई, तीन नाबालिग भी गिरफ्तार|
गिरफ्तार सभी आरोपियों को 8 जुलाई को पकड़ कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि हत्या की वजह व्यक्तिगत रंजिश, गैंग रीवालरी या कोई पुरानी दुश्मनी थी। जांच जारी है और अन्य संभावित आरोपियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।
यह मामला न सिर्फ एक नाबालिग की निर्दय हत्या को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह अपराध में महिलाएं और किशोर भी शामिल हो रहे हैं। इस वारदात ने इलाके की सुरक्षा व्यवस्था और युवाओं के बढ़ते अपराध की प्रवृत्ति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की तेज कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि संगठित प्रयास और सतर्कता से गंभीर अपराधों का जल्द खुलासा किया जा सकता है।