Thursday, August 14, 2025

दिल्ली में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी दिवस पर होगा ऐतिहासिक आयोजन: मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा

चंडीगढ़: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री और बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा आज बुधवार को चंडीगढ़ स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कई अहम राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा की। सिरसा ने दिल्ली सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) पर तीखा हमला बोला और पंजाब सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए।
AAP ने दिल्ली को लूटा, अब पंजाब की बारी: सिरसा
मनजिंदर सिंह सिरसा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, “जब से दिल्ली में हमारी सरकार बनी है, हमने ईमानदारी और जिम्मेदारी से लगातार काम किया है। लेकिन इससे पहले AAP ने दिल्ली को दोनों हाथों से लूटा। अब वही पार्टी पंजाब में सत्ता में है और वहां भी लूट की नीति ही अपनाई जा रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को बर्बाद करने के बाद अब पंजाब की सामाजिक और प्रशासनिक व्यवस्था को भी खतरे में डाल दिया है।
350वें शहीदी दिवस पर लाल किले पर दो दिवसीय समागम
पर्यावरण मंत्री ने मंगलवार को दिल्ली में हुई कैबिनेट बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि इस वर्ष नवंबर में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की देखरेख में लाल किले पर दो दिवसीय समागम के रूप में होगा। उन्होंने कहा, “पहली बार कोई सरकार गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को इस तरह से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान देने जा रही है। इससे पहले की सरकारें इस शहादत को नजरअंदाज करती रही हैं।” इस आयोजन में लाइट एंड साउंड शो, शहीदों के जीवन पर आधारित प्रदर्शनियां और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सिख गुरुओं के बलिदान और इतिहास को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
सिख इतिहास को स्कूलों और विश्वविद्यालयों में किया जाएगा अनिवार्य
मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस बात की भी घोषणा की कि सिख इतिहास को दिल्ली के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम केवल आयोजन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि शिक्षण संस्थानों में भी छात्रों को सिख इतिहास पढ़ाया जाएगा, ताकि अगली पीढ़ी को अपने महान इतिहास की जानकारी हो।” दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए एक विशेष कोर्स शुरू किया है, जिसमें सिखों के इतिहास को विस्तार से पढ़ाया जाएगा।
पंजाब सरकार को भी अपनाना चाहिए यही मॉडल
सिरसा ने पंजाब सरकार से अपील करते हुए कहा कि जिस तरह दिल्ली में सिख इतिहास को सम्मान और पहचान दी जा रही है, पंजाब सरकार को भी अपने सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में इसे अनिवार्य रूप से पढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा, “जहां एक ओर दिल्ली अपने धार्मिक और ऐतिहासिक मूल्यों को मजबूत कर रही है, वहीं पंजाब सरकार को भी इस दिशा में जिम्मेदारी निभानी चाहिए।”
गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित ‘ग्रीन फॉरेस्ट’ बनाया जाएगा
पर्यावरण मंत्री ने एक और महत्वपूर्ण पहल की जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में एक विशेष ‘ग्रीन फॉरेस्ट’ (हरित वन) विकसित किया जा रहा है, जो श्री गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित होगा। यह वन न केवल पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक होगा, बल्कि उसमें सिख इतिहास से संबंधित शिलालेख, पौधों और शिक्षण केंद्रों को भी शामिल किया जाएगा।
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