भरत अग्रवाल, चंडीगढ़ दिनभर: चंडीगढ़ प्रशासन ने एक ऐतिहासिक और आम नागरिकों के हित में बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन ने अब सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक जनसुनवाई के लिए रखा हैं। आदेश के पालन पर यूटी प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की सीधी निगरानी रहेगी। चंडीगढ़ पुलिस की एसएसपी से लेकर डीसी चंडीगढ़ और नगर निगम कमीश्नर हफते में तीन दिन पब्लिक डिलिंग करेगे। ये अधिकारी हर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक आम नागरिकों की समस्याएं सुनेंगे। इस एक घंटे के स्लॉट के दौरान कोई भी व्यक्ति अपने दस्तावेज़, शिकायतें, सुझाव या आवेदन लेकर सीधे मिल सकता है।
यह सुनवाई किसी मध्यस्थ या लंबी प्रक्रिया के बिना होगी। लोगों को अब बड़े अधिकारी मिलते नहीं जैसी शिकायतें नहीं करनी होंगी, क्योंकि यह समय विशेष रूप से जनता के लिए निर्धारित किया गया है। इतना ही नहीं, विशेष मामलों विशेषकर जहां कानून व्यवस्था और प्रशासन दोनों की समन्वित भूमिका आवश्यक होती है जैसे ज़मीन विवाद, अवैध कब्जे, सुरक्षा मुद्दे, सार्वजनिक स्थल की अव्यवस्थाएं आदि के लिए हर शुक्रवार को एसएसपी और डीसी मिलकर एक संयुक्त जनसुनवाई करेंगे। यह बैठक सेक्टर 17 स्थित डीसी कार्यालय में सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित होगी। इस तरह की संयुक्त बैठकों से फाइलें इधर-उधर घुमने की बजाय सीधी कार्रवाई और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
चंडीगढ़ प्रशासन ने एक मजबूत संदेश दिया है कि सरकार केवल दफ्तरों में बैठकर नहीं, बल्कि जनता के बीच रहकर चलनी चाहिए।
प्रशासक के सख्त निर्देश: जनसुनवाई के समय कोई मीटिंग नहीं:
चंडीगढ़ प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जनसुनवाई के लिए तय समय के दौरान संबंधित अधिकारियों के दफ्तरों में कोई अन्य मीटिंग या प्रशासनिक कार्य नहीं होना चाहिए। इस दौरान अधिकारी केवल जनता से मिलेंगे। यदि किसी जरूरी प्रशासनिक मीटिंग की जरूरत हो भी, तो वह या तो जनसुनवाई से पहले हो या उसके बाद।
अब जनसुनवाई होगी सप्ताह में तीन दिन:
प्रशासक के निर्देशों के अनुसार अब प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक संबंधित अधिकारी अपने कार्यालय में जन सुनवाई करेंगे। इस दौरान आम लोग बिना किसी मध्यस्थ के सीधे अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्याएं, शिकायतें या सुझाव रख सकेंगे। यह व्यवस्था न केवल प्रशासन को जन-भावनाओं से जोडऩे का कार्य करेगी, बल्कि समस्याओं के समयबद्ध समाधान में भी मददगार सिद्ध होगी।
संयुक्त जनसुनवाई से बेहतर समन्वय:
अक्सर कुछ ऐसी समस्याएं होती हैं जो प्रशासन और पुलिस दोनों के दायरे में आती हैं। ऐसे मामलों में त्वरित और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हर शुक्रवार को एक संयुक्त जन सुनवाई आयोजित करेंगे। यह संयुक्त बैठक डीसी कार्यालय, सेक्टर 17 चंडीगढ़ में होगी और समय वही सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगा।
बैठकों पर रोक, जनता को प्राथमिकता:
प्रशासक ने यह भी स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि जनसुनवाई के समय के दौरान किसी प्रकार की प्रशासनिक या अन्य बैठक आयोजित नहीं की जाएगी, ताकि अधिकारियों का पूरा ध्यान जनता की शिकायतों और सुझावों पर केंद्रित रहे।
केवल आवश्यक होने पर ही ऐसी बैठकों को जनसुनवाई से पहले या बाद में शिफ्ट किया जाएगा।