मंजीत सहदेव, चंडीगढ़ दिनभर: कमलेश बनारसी दास, पूर्व महापौर चंडीगढ़, ने शाहपुर कॉलोनीवासियों के साथ चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी से उनके निवास स्थान पर मुलाकात की। शाहपुर कॉलोनीवासियों में यह आशंका थी कि ‘स्लम फ्री चंडीगढ़’ अभियान के तहत उनकी कॉलोनी भी तोड़ी जा सकती है। इस चिंता को लेकर वे मनीष तिवारी से मिले। मनीष तिवारी ने कॉलोनीवासियों की बात को गंभीरता से लेते हुए चंडीगढ़ के उपायुक्त से मुलाकात की सलाह दी।
डीसी से कॉलोनीवासियों की मुलाकात कराई गई, जहाँ कॉलोनी का पूरा मामला रखा गया। बताया गया कि कॉलोनी का बायोमेट्रिक सर्वे हो चुका है, जिसमें 136 लोगों के डॉक्यूमेंट्स पूर्ण और वैध पाए गए हैं। इसके अतिरिक्त कुछ मकानों की गिनती व नंबरिंग में असमानता, तथा सरकारी रिकॉर्ड में घरों के फोटो और नंबर को लेकर गड़बड़ियाँ सामने आई थीं, जिन पर आपत्ति जताई गई थी।
डी सीन ने इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुनः सर्वे करवाया, जिसमें कुल 332 झुग्गियों की पहचान हुई। इनमें से 136 लोग पात्रपाए गए हैं और शेष में से अधिकतर आपत्तियों को निराकरण कर लिया गया है। अब इन पात्र लोगों को जल्द ही मकान आवंटित किए जाने की संभावना है।
यह प्रक्रिया माननीय सांसद मनीष तिवारी के हस्तक्षेप और मार्गदर्शन से ही संभव हो पाई। कॉलोनीवासियों ने आज कमलेश बनारसी दास के नेतृत्व में मनीष तिवारी से भेंट कर उनका हार्दिक धन्यवाद किया।राम राज वर्मा ओर राजेश गिरी एवं कॉलोनीवासियों को यह आश्वासन भी दिया गया है कि जब तक उन्हें वैकल्पिक मकान नहीं मिलते, तब तक उन्हें वहाँ से हटाया नहीं जाएगा।