पंचकूला पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पूरे देश में खौफ फैलाने वाली खतरनाक ‘गुलैल/कच्छा बनियान गैंग’ का पर्दाफाश कर दिया है। इस गैंग के पांच सदस्यों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। यह गिरोह मध्यप्रदेश के जंगली व आदिवासी इलाकों से ताल्लुक रखता है और ‘बाला गैंग’ के नाम से भी कुख्यात है, जो हत्या, लूट, डकैती और चोरी की करीब 30 वारदातों में शामिल रहा है।
डीसीपी क्राइम अमित दहिया के मुताबिक, इस गैंग की पहचान पंचकूला में हुई एक वारदात के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी के हाथ पर बने खास टैटू के जरिए हुई। क्राइम ब्रांच सेक्टर-26 की टीम, इंस्पेक्टर दलीप सिंह और उनकी यूनिट ने इस आधार पर मध्यप्रदेश के जंगलों में घुसकर आरोपियों को पकड़ा। ये अपराधी मोबाइल फोन नहीं रखते थे, जंगलों में छिपे रहते और सुनसान इलाकों में बंद मकानों को निशाना बनाते थे। वारदात से पहले शराब पीकर खुद को हिंसक बनाते और ट्रेनों से सफर कर ठिकाना बदलते रहते थे।
यह गैंग बड़ी चालाकी से वारदात करता था। कुछ सदस्य पहले रेकी करते, फिर बाकी सदस्य घर में घुसकर परिवार को एक कमरे में बंद कर देते। अगर कोई विरोध करता तो उस पर गुलैल, लोहे की रॉड से हमला कर हत्या की कोशिश करते और डकैती को अंजाम देकर फरार हो जाते। कुछ दिन पहले फरीदाबाद में इन्होंने करीब 40 लाख रुपये की बड़ी डकैती की थी। पंचकूला में भी इन्होंने सेक्टर-2, बिटना रोड और टिपरा रोड समेत चार जगह वारदात की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों की मुस्तैदी और पुलिस की सतर्कता से नाकाम रहे।
डीसीपी क्राइम ने हरियाणा व अन्य राज्यों की पुलिस से अपील की कि वे इन आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर उनसे पूछताछ कर लूट व डकैती की रकम की बरामदगी सुनिश्चित करें। साथ ही, पंचकूला पुलिस मध्यप्रदेश पुलिस के सहयोग से इस गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए संयुक्त अभियान चलाएगी। डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने लोगों से भी अपील की कि वे किसी भी आपराधिक गतिविधि की जानकारी बिना झिझक उनके नंबर 8146630006 पर दें, उनकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।