रोपड़: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रोपड़ ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के राष्ट्रीय मिशन (एनएम-आईसीपीएस) के सहयोग से अपनी 13वीं साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (सीपीएस) लैब का उद्घाटन एचआरआईटी यूनिवर्सिटी, गाजियाबाद परिसर में किया।
यह पहल शैक्षणिक संस्थानों में उन्नत अनुसंधान और सीपीएस प्रौद्योगिकियों के व्यावहारिक उपयोग को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई। उत्तर प्रदेश सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने समारोह में विशेष रूप से उपस्थित होकर इस प्रयास की सराहना की और कहा कि यह प्रयोगशाला भारत को डिजिटल और नवाचार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक सिद्ध होगी।
एचआरआईटी यूनिवर्सिटी के चांसलर अनिल अग्रवाल ने स्वागत भाषण में बताया कि इस तरह की रणनीतिक साझेदारियां छात्रों और शिक्षकों को नई तकनीकों से जोड़कर उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम बनाती हैं। इसके बाद आईआईटी रोपड़ के निदेशक राजीव आहूजा ने उद्घाटन संबोधन में साइबर-फिजिकल सिस्टम्स के राष्ट्रीय इन्फ्रास्ट्रक्चर के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि इस पहल से कृषि, स्वास्थ्य, स्मार्ट सिटी, औद्योगिक ऑटोमेशन जैसे कई क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
आईआईटी रोपड़ के डीन (कॉर्पोरेट, एलुमनी, प्लेसमेंट्स और स्ट्रैटेजीज) और एग्रीटेक एवं सीपीएस परियोजनाओं के निदेशक पुष्पेन्द्र पी. सिंह ने आईआईटी रोपड़ द्वारा चल रही एग्रीटेक पहलों और सीपीएस प्रयोगशालाओं की श्रृंखला की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह नई लैब उभरती प्रौद्योगिकियों के प्रशिक्षण और प्रायोगिक अनुसंधान के लिए एक आधुनिक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगी।
एचआरआईटी परिसर में स्थापित यह प्रयोगशाला अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है। इसमें आईआईटी रोपड़ द्वारा विकसित इंटरनेट ऑफ थिंग्स किट्स, वोल्टेरा वी-वन सर्किट प्रोटोटाइपिंग मशीन, ब्लूटूथ लो एनर्जी डिवेलपमेंट टूल्स, लो-पावर कैमरा मॉड्यूल, पर्यावरणीय सेंसर और टेराफैक टेक्नोलॉजीज द्वारा प्रदत्त कृत्रिम बुद्धिमत्ता व मशीन लर्निंग वर्कस्टेशन शामिल हैं। ये सभी संसाधन छात्रों, शोधकर्ताओं और नवप्रवर्तकों को साइबर-फिजिकल सिस्टम्स की व्यावहारिक खोज में सक्षम बनाएंगे।
समारोह का मुख्य आकर्षण लैब का औपचारिक उद्घाटन रहा, जिसके पश्चात अतिथियों ने लैब का निरीक्षण किया और उपकरणों का लाइव प्रदर्शन देखा। उद्घाटन के बाद आईआईटी रोपड़ की तकनीकी टीम ने प्रतिभागियों के लिए प्रशिक्षण एवं ओरिएंटेशन सत्र का आयोजन किया, जिसमें सीपीएस आधारित टूलकिट्स की कार्यप्रणाली और उपयोग की जानकारी दी गई।