रायपुररानी तहसील कार्यालय एक बार फिर लापरवाही के आरोपों में घिर गया है। मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें सुबह 9:43 बजे तक कार्यालय में कोई अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। यह वीडियो एक स्थानीय ग्रामीण द्वारा रिकॉर्ड किया गया था, जो कुछ ही घंटों में फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर वायरल हो गया।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ग्रामीण तहसील कार्यालय के बाहर दस्तावेजी कार्यों के लिए इंतजार कर रहे हैं, जबकि कार्यालय के अंदर कुर्सियां खाली पड़ी थी। हालांकि, कुछ लोग सुबह-सुबह जरूरी कामों की उम्मीद लेकर कार्यालय पहुँचे थे, लेकिन कर्मचारियों की अनुपस्थिति ने उन्हें निराश कर दिया।
इससे लोगों का समय, मेहनत और पैसा बर्बाद हुआ है। यह स्थिति ऐसे समय में सामने आई है जब हरियाणा सरकार समय पालन को लेकर सख्त रवैया अपना चुकी है। बता दें कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुछ दिन पहले अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़ी हिदायत दी थी कि अब चूड़ी टाइट होगी यानी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लेकिन रायपुररानी तहसील कार्यालय की यह तस्वीर सरकार के उन निर्देशों की ज़मीनी हकीकत को उजागर करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है। अक्सर कार्यालय तय समय के बाद खुलता है, जिससे ग्रामीणों को बार-बार लौटना पड़ता है। खासकर दूर-दराज़ से आने वालों को काफी परेशानी होती है।
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है और संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की जा सकती है। तहसील स्तर पर निगरानी व्यवस्था को लेकर भी चर्चा चल रही है। यह मामला एक बार फिर सरकारी कार्यप्रणाली की जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है। अब देखना यह है कि वायरल वीडियो के बाद प्रशासन कोई ठोस कदम उठाता है या फिर यह भी अन्य मामलों की तरह कुछ दिनों की चर्चा के बाद भुला दिया जाएगा। इस बीच, जब नायब तहसीलदार रवींद्र कुमार को दो बार फोन किया गया, तो उन्होंने कॉल नहीं उठाए।