चंडीगढ़: अंतरराष्ट्रीय महिला कूटनीति दिवस के मौके पर पीयू के विमेंस स्टडीज़ विभाग ने नेशनल अलायंस ऑफ वीमेन ऑर्गेनाइजेशंस और ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिशन चंडीगढ़ के सहयोग से राउंडटेबल डिस्कशन ऑन वीमेन इन डिप्लोमेसी ऑपर्च्युनिटीज एंड चैलेंजेस का आयोजन किया।
इस अवसर पर भारत में ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर क्रिस्टीना स्कॉट मुख्य अतिथि रहीं। उन्होंने डिप्लोमेसी की भूमिका को बेहद सरल भाषा में समझाते हुए बताया कि कैसे महिलाएं कूटनीति को अधिक समावेशी और मानवीय बना सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं को इस क्षेत्र में जातीय भेदभाव और भूमिका संघर्ष जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर चंडीगढ़ की कैरोलीना रोएट ने 18वीं सदी से अब तक ब्रिटेन में महिला कूटनीतिज्ञों के इतिहास को साझा किया। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि जब वे फॉरेन सर्विस में आईं, तो महिला रोल मॉडल की संख्या बेहद कम थी, लेकिन अब तस्वीर बदल रही है वर्तमान में यूके के 60 से अधिक देशों में महिला राजदूत कार्यरत हैं।