चंडीगढ़: आगामी मानसून सीजन को देखते हुए नगर निगम चंडीगढ़ के आयुक्त अमित कुमार, आईएएस ने शहरभर में जलभराव व बारिश से संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए 18 विशेष बाढ़ नियंत्रण टीमें गठित की हैं और 7 कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं।
ये सभी व्यवस्थाएं 20 जून से 30 सितंबर 2025 तक प्रभावी रहेंगी, ताकि किसी भी बारिश या जलभराव की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और समाधान सुनिश्चित किया जा सके। प्रत्येक कंट्रोल रूम 24×7 तीन शिफ्टों में कार्यरत रहेगा। नागरिक जलभराव से जुड़ी शिकायतें सीधे इन कंट्रोल रूम नंबरों पर दर्ज करा सकते हैं।
कंट्रोल रूम और संपर्क नंबर विवरण:
• सेक्टर 11 फायर स्टेशन – कवर क्षेत्र: सेक्टर 1–6, 11–12, धनास, सरांपुर, खुड्डा इलाका 0172-2747820
• सेक्टर 38 फायर स्टेशन – कवर क्षेत्र: सेक्टर 36–42, दडूमाजरा, मलोया, बुटरेला 0172-2690523
• सेक्टर 17 फायर स्टेशन – कवर क्षेत्र: सेक्टर 9,10,15–18, 21–24
0172-2703507
• इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 फायर स्टेशन – कवर क्षेत्र: सेक्टर 20, 28–30, रायपुर, दरिया
0172-2655816
• इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 फायर स्टेशन – कवर क्षेत्र: सेक्टर 31, 47–50, हलोमाजरा
0172-2642611
• सेक्टर 32 फायर स्टेशन – कवर क्षेत्र: सेक्टर 32–35, 43–46, 51–52, 61
0172-2648610
• मणिमाजरा फायर स्टेशन – कवर क्षेत्र: मणिमाजरा, आईटी पार्क, किशनगढ़, मौली जागरण, सेक्टर 7–8, 19, 26–27
0172-2734656
हर कंट्रोल रूम में फील्ड मैनेजर (FM), मल्टी टास्क वर्कर (MTW) और पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे। सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी प्रत्येक कंट्रोल रूम में सिंगल पॉइंट ऑफ कॉन्टैक्ट (SPOC) की भूमिका निभाएगा और सभी विभागों के बीच समन्वय करेगा।
विशेष प्रबंध और विभागीय भूमिकाएं:
- 18 इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीमें सार्वजनिक स्वास्थ्य, भवन और सड़कें (B&R), बागवानी, स्वास्थ्य अधिकारी (MOH), विद्युत और अग्निशमन विभागों के अधिकारियों को शामिल करते हुए शहर के प्रमुख सेक्टरों में तैनात की गई हैं।
- 5 जल टैंकर और चालकों की व्यवस्था 24 घंटे के लिए की गई है।
- आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित अग्निशमन विभाग के कर्मियों को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है।
- किसी भी ढहते स्थल पर बैरिकेडिंग का कार्य B&R विंग द्वारा किया जाएगा।
- मानसून अवधि के दौरान किसी भी कर्मचारी को आकस्मिक या अर्जित अवकाश नहीं दिया जाएगा।
- सभी विभागों को निर्देश दिया गया है कि वे आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया दें और अपने वर्तमान संसाधनों से आवश्यक जनशक्ति उपलब्ध कराएं।
- प्रत्येक कंट्रोल रूम को दो प्रवर्तन वाहनों की सुविधा दी जाएगी ताकि टीमों की मूवमेंट में कोई बाधा न हो।