चंडीगढ़ दिनभर: पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट परिसर में सोमवार तड़के भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। आग ने लेडीज बार रूम और रूम नंबर-4 को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया, जबकि मुख्य बार रूम का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सरतेज सिंह नरूला ने बताया कि उन्हें सुबह करीब 4:45 बजे आग की सूचना मिली, जिसके तुरंत बाद वे मौके पर पहुंचे। सुबह 5:15 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था। नरूला ने बताया कि अगर समय रहते आग बुझाने की कार्रवाई न होती, तो मुख्य बार रूम तक लपटें पहुंच सकती थीं और नुकसान और भी व्यापक हो सकता था।
बार एसोसिएशन की ओर से जारी बयान में बताया गया कि इस अग्निकांड में करीब 35 लाख रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है। फिलहाल महिला अधिवक्ताओं के लिए आरक्षित बार रूम और रूम नंबर-4 पूरी तरह जलकर खाक हो चुके हैं।
मरम्मत और पुनर्निर्माण के प्रयास शुरू बार एसोसिएशन ने बताया कि प्रभावित हिस्सों की मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस कार्य के लिए वित्तीय सहयोग की अपील भी की गई है। सहयोग राशि बार एसोसिएशन के अकाउंट्स ऑफिस में उचित रसीद के साथ जमा करवाई जा सकती है।
शॉर्ट सर्किट की जताई जा रही आशंका:
आग लगने के कारणों की जांच फिलहाल जारी है। प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को आग का संभावित कारण माना जा रहा है। प्रशासन और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम द्वारा घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। इसके साथ ही हाईकोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
ली कोर्बुसिए की ऐतिहासिक इमारत को बचाया गया:
गौरतलब है कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का वर्तमान स्वरूप 1 नवंबर 1966 को अस्तित्व में आया था और इसकी डिज़ाइन प्रसिद्ध फ्रांसीसी वास्तुकार ली कोर्बुसिए द्वारा तैयार की गई थी। समय पर दमकल विभाग के पहुंचने से इस ऐतिहासिक इमारत को किसी भी बड़े नुकसान से बचा लिया गया।