चंडीगढ़ दिनभर: भू-माफिओं से निपटने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों के बावजूद कुछ गुंडों द्वारा कथित तौर पर जमीन पर अवैध कब्जे जारी हैं। ऐसा ही एक मामला बनूड़ इलाके में सामने आया है। आज मोहाली प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के दौरान पीड़ित करनैल सिंह निवासी बस्सी सेखां, वार्ड नंबर 2, जीरकपुर-राजपुरा मेन रोड, बनूड़ ने बताया कि लाल लकीर स्थित मकान में रहते थे। उन्होंने बताया कि यह मकान मेरे और मेरे भाई जसमीत सिंह के कब्जे में है। उनका परिवार करीब 50 साल से इस मकान में रह रहा है और किराए का टेंपो लेकर अपने परिवार की आजीविका चला रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी डीलर होने का दावा करने वाले दविंदर कुमार पुरी और हरजोत सिंह ने बलजिंदर कौर के साथ मिलकर 2020 में कथित तौर पर फर्जी कागजात बनाकर करोड़ों की प्रॉपर्टी हड़पने की कोशिश की थी। इसके तहत दविंदर कुमार पुरी के खिलाफ बनूड़ थाने में एफआईआर नंबर 4, तारीख 15 जनवरी 2025 के तहत 420 का मामला भी दर्ज है और यह व्यक्ति जमानत पर बाहर है। उन्होंने यह भी कहा कि दविंदर पुरी के खिलाफ पहले भी फर्जी एनओसी देने का मामला दर्ज है। उन्होंने भरे दिल से बताया कि हमारी पुश्तैनी जमीन पर उपरोक्त दविंदर कुमार पुरी ने हरजोत सिंह (जिसके पास हथियार भी हैं) और उसके 20-25 गुंडे दोस्तों के साथ मिलकर 17 तारीख को जबरदस्ती जेसीबी से हमारा घर गिरा दिया और उस पर कब्जा कर लिया और मुख्य सड़क का रास्ता खोल दिया। उन्होंने कहा कि उपरोक्त व्यक्तियों की कथित जान से मारने की धमकियों के कारण वह और उनका परिवार इधर-उधर जाने को मजबूर हैं और उन्हें हथियारों के बल पर डराया-धमकाया भी जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार को नाजायज तरीके से धकेला गया है लेकिन सरकार में कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
पीड़ित करनैल सिंह ने कहा कि मोहाली की माननीय अदालत ने पहले ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अतिक्रमण करने के आरोप में उपरोक्त व्यक्तियों के खिलाफ हमारे हक में फैसला सुनाया हुआ है लेकिन इसके बाद भी अदालत में छुट्टियां होने के कारण पुलिस की कथित मिलीभगत के कारण उपरोक्त व्यक्ति हमारी करोड़ों की जमीन पर कब्जा जमाए बैठे हैं। उन्होंने कहा कि दविंदर कुमार पुरी द्वारा घर पर किए गए नाजायज कब्जे के संबंध में उन्होंने डीजीपी पंजाब, डीएसपी पटियाला और 112 पर भी फोन किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने यह भी कहा कि बनूड़ थाना प्रमुख भी हम पर उपरोक्त व्यक्तियों के साथ समझौता करने का दबाव बना रहे हैं।
अंत में पीड़ित करनैल सिंह व जसमीत सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री, डीजीपी पंजाब व एसएसपी से गुहार लगाई है कि उन्हें मकान का कब्जा दिलाया जाए तथा अवैध कब्जा करने वाले दविंदर कुमार पुरी व हरजोत सिंह आदि के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
जब दविंदर कुमार पुरी व हरजोत सिंह से उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों के संबंध में फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि उपरोक्त आरोप पूरी तरह से झूठे व बेबुनियाद हैं। दविंदर पुरी ने कहा कि यह जमीन कुछ वर्ष पहले करनैल सिंह की बहन ने गलत तरीके से उन्हें बेच दी थी। जिसके बाद करनैल सिंह ने अपनी बहन व उसके खिलाफ 420 का केस दर्ज करवा दिया था तथा अब वह जमानत पर बाहर है। उनके द्वारा मकान का बाकी हिस्सा गिराए जाने से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। यह मकान करनैल सिंह के भाई जरनैल सिंह, जिनकी मृत्यु हो चुकी है, व उनके दो बेटों गुरप्रीत व जसप्रीत ने गिराया है, जिन्होंने केवल अपनी जमीन की दीवार तोड़ी है। उन्होंने अपने नाम पर बनी जमीन की वसीयत भी दिखाई है। उन्होंने कहा कि हमारा दविंदर पुरी से कोई लेना-देना नहीं है और ये दोनों मामले अलग-अलग हैं, जिसे करनैल सिंह ने कहानी बनाकर प्रेस में पेश किया है।