भरत अग्रवाल, चंडीगढ़ दिनभर: ट्राइसिटी कैब एसोसिएशन (टीसीए) ने आज सेक्टर 18 स्थित राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की। यह प्रदर्शन लंबे समय से लंबित चंडीगढ़ मोटर व्हीकल एग्रीगेटर नीति 2024 को तुरंत लागू करने की मांग को लेकर किया गया है। प्रशासन द्वारा इस नीति को मार्च 2025 तक लागू करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक इसकी कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
प्रदर्शन के पहले दिन करीब 200 से 300 कैब ड्राइवर एकत्रित हुए और २०२२ से लंबित मांगों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उनकी प्रमुख एग्रीगेटर प्लेटफार्मों के लिए औपचारिक नियामक ढांचे की अनुपस्थिति, निजी नंबर प्लेट वाली गाडिय़ों का व्यावसायिक संचालन और ड्राइवरों के लिए वित्तीय सुरक्षा की कमी शामिल हैं।हालांकि एसोसिएशन ने प्रदर्शन की पूर्व सूचना दी थी, परिवहन सचिव अमित कुमार बैठक में उपस्थित नहीं हुए। उनकी अनुपस्थिति में एसोसिएशन के प्रतिनिधियों की वरिष्ठ सहायक रविंदर शर्मा से मुलाकात हुई, लेकिन बातचीत से कोई ठोस नतीजा या आधिकारिक आश्वासन नहीं मिल पाया।
प्रेस को संबोधित करते हुए, टीसीए अध्यक्ष विक्रम सिंह पुंडीर ने बताया कि 17 जून 2025 से प्रतिदिन 10 सदस्य सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक एसटीए कार्यालय के बाहर धरना देंगे। यह प्रदर्शन कार्यालय समय के दौरान ही होगा और जब तक प्रशासन औपचारिक रूप से नीति लागू नहीं करता, तब तक यह धरना अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा।
विक्रम सिंह पुंडीर, अध्यक्ष, टीसीए: यह नीति हमारे पेशे में न्याय, नियमन और न्यूनतम आय की गारंटी लाने के लिए बनाई गई थी। जब तक इसे औपचारिक रूप से लागू नहीं किया जाता, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
एसोसिएशन की मुख्य मांगें:
-चंडीगढ़ मोटर व्हीकल एग्रीगेटर नीति 2024 को तुरंत लागू किया जाए
– कैब चालकों के लिए न्यूनतम आय की गारंटी सुनिश्चित की जाए
– शहर में संचालन करने वाली सभी एग्रीगेटर कंपनियों के लिए स्थानीय कार्यालय खोलना अनिवार्य किया जाए
– व्यावसायिक टैक्सी संचालन में निजी नंबर प्लेट के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए