चंडीगढ़: हर साल 15 जून को विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि बुजुर्गों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार, लापरवाही या अपमान नहीं होना चाहिए। हमें उनके अधिकारों, सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करनी चाहिए।
बुजुर्ग हमारे समाज की नींव हैं। उनके पास अनुभव, ज्ञान और स्नेह होता है। लेकिन कई बार उन्हें शारीरिक, मानसिक या आर्थिक रूप से परेशान किया जाता है, खासकर अपने ही घरों या समुदाय में। ऐसे व्यवहार गलत हैं और उन्हें रोकना बहुत जरूरी है।
इसी उद्देश्य से स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी, चंडीगढ़ ने 15 जून 2025 को सेक्टर-15 के वृद्धाश्रम में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
इस साल की थीम थी – “आपात स्थिति में बुजुर्गों पर ध्यान दें”। इसका मतलब है कि किसी भी संकट या आपदा में बुजुर्गों की देखभाल को प्राथमिकता दी जाए।
इस मौके पर सम्प्रीत कौर, सदस्य सचिव, स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी, ने उपस्थित लोगों को बुजुर्गों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने NALSA (सीनियर सिटिजन योजना 2016), राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 15100 और NALSA ऐप की जानकारी भी दी।
इसके बाद ईशान डोगरा, पैनल अधिवक्ता, ने उपस्थित लोगों को वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007 के बारे में बताया और समझाया कि यह कानून बुजुर्गों की मदद के लिए कितना जरूरी है।