चंडीगढ़: धार्मिक स्थलों को डिमोलिश नोटिस जारी किए जाने के विरोध में पूर्व मेयर अरुण सूद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल प्रशासक गुलाबचंद कटारिया से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में हिंदू महापर्व सभा के अध्यक्ष बीपी अरोड़ा, केंद्रीय गुरुद्वारा सभा के प्रधान सरदार तारा सिंह सहित अन्य प्रमुख सदस्य शामिल रहे।
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को अवगत कराया कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा कई धार्मिक स्थलों को तोड़ने के लिए नोटिस भेजे जा रहे हैं, जो कि पूरी तरह अनुचित है। उनका कहना था कि न्यायालय के स्पष्ट निर्देश हैं कि वर्ष २००९ से पहले बने धार्मिक स्थलों को संरक्षण प्राप्त है और ऐसे स्थलों के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई अदालत की अवमानना मानी जाएगी।
प्रतिनिधियों ने आग्रह किया कि बिना समुचित जांच और कानूनी प्रक्रिया के धार्मिक संस्थाओं को नोटिस भेजना न केवल गलत है, बल्कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कदम भी है। उन्होंने मांग की कि सभी डिमोलिशन नोटिसों को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए ठोस नीति बनाई जाए।
राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल की बात गंभीरता से सुनी और आश्वस्त किया कि मामले की जांच कर प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि धार्मिक स्थलों और समुदायों के हितों की रक्षा के लिए न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी।