कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष सतीश कुमार की संपत्ति पर 7 जून की रात फायरिंग की गई। यह वारदात उस समय हुई, जब कुछ दिन पहले ही उन्हें 2 मिलियन डॉलर (लगभग 16.7 करोड़ रुपये) की फिरौती के लिए धमकी भरा कॉल आया था।
पुलिस के अनुसार, यह फायरिंग सरे इलाके में स्थित “रिफ्लेक्शन बैंक्वेट हॉल” के बाहर सुबह करीब ढाई बजे हुई। बैंक्वेट हॉल मंदिर अध्यक्ष सतीश कुमार की निजी संपत्ति है। जब उन्होंने फिरौती देने से इनकार कर दिया, तो बदमाशों ने गोलीबारी करवा दी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कनाडा की सरे पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और घटना स्थल से सबूत जुटाए जा रहे हैं।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
सतीश कुमार ने मीडिया को बताया कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें या उनके परिवार को निशाना बनाया गया हो। दो साल पहले, दिसंबर 2022 में, उनके बेटे के घर पर भी फायरिंग हुई थी। उस वक्त हमलावरों ने लगभग 14 गोलियां चलाई थीं। लक्ष्मी नारायण मंदिर को कनाडा में बसे भारतीय हिंदू समुदाय के बीच बड़ी श्रद्धा और मान्यता प्राप्त है। इस मंदिर से जुड़े पदाधिकारियों को लगातार टारगेट किया जाना चिंता का विषय बनता जा रहा है। यह चौथा मामला है जब मंदिर से जुड़े किसी पदाधिकारी को धमकी या हिंसा का सामना करना पड़ा है।
भारत-कनाडा संबंधों पर भी असर?
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने आगामी G7 समिट में भाग लेने के लिए न्योता दिया है। यह शिखर सम्मेलन 15 से 17 जून के बीच कनाडा के अल्बर्टा राज्य के कनानास्किस क्षेत्र में होने वाला है। हाल के महीनों में कनाडा में खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियाँ बढ़ी हैं, जिनमें भारत विरोधी रैलियां और बयान शामिल रहे हैं। इन घटनाओं पर कनाडा सरकार की निष्क्रियता भारत में नाराजगी का कारण बनी है। अब यह देखना अहम होगा कि कनाडा की पुलिस और सरकार इस तरह की धमकियों और हिंसा के मामलों पर क्या ठोस कार्रवाई करती है।