पंजाब के जालंधर जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक ने 25 वर्षीय युवती को शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए और बाद में शादी से साफ इनकार कर दिया। खुद को ठगा महसूस करने पर पीड़िता ने साहस दिखाते हुए आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
यह घटना जालंधर ग्रामीण पुलिस के अंतर्गत आने वाले गोराया थाने की है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी की पहचान जाफर अली के रूप में हुई है, जो जालंधर कमिश्नरेट थाने के सदर क्षेत्र में स्थित गांव थबलके का निवासी है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और वह फरार है।
क्या है पूरा मामला?
पीड़िता के अनुसार, आरोपी जाफर अली ने पहले उससे प्रेम-प्रसंग शुरू किया और फिर शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए। जब युवती ने उससे विवाह करने की बात कही तो आरोपी ने स्पष्ट रूप से मना कर दिया और उसके संपर्क से कट गया।
इस धोखे से मानसिक और भावनात्मक रूप से आहत पीड़िता ने आखिरकार बीते शनिवार (3 जून) को गोराया पुलिस थाने पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी और न्याय की मांग की। युवती की शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच की स्थिति:
गोराया थाने के एसएचओ (स्टेशन हाउस ऑफिसर) सिकंदर सिंह विर्क ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, “हमें युवती की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर तुरंत एफआईआर दर्ज की गई है। पीड़िता का मेडिकल करवाया गया है और पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।”
क्या हैं आरोप?
इस मामले में आरोपी जाफर अली के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें मुख्य रूप से रेप और धोखाधड़ी की धाराएं शामिल हैं।
सामाजिक संदर्भ:
यह मामला उन अनेक घटनाओं में से एक है, जहाँ युवक शादी का झूठा वादा करके महिला के विश्वास का दुरुपयोग करता है। ऐसे मामलों में कानून सख्त है, लेकिन जागरूकता और समय पर शिकायत देना भी बेहद जरूरी है।
महिला सुरक्षा का मुद्दा:
महिला सुरक्षा से जुड़े ऐसे मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। यह जरूरी है कि पीड़िताओं को कानूनी सहायता के साथ-साथ मानसिक और सामाजिक सहारा भी दिया जाए, जिससे वे न्याय के लिए मजबूती से लड़ सकें।
प्रशासन और समाज से अपेक्षा:
पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पुलिस की तत्परता जरूरी है, लेकिन इसके साथ समाज का दायित्व है कि वह पीड़ित महिला को दोष देने के बजाय उसे सहारा दे। ऐसे मामलों में आरोपी की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होनी चाहिए ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और समाज में एक स्पष्ट संदेश जाए कि महिलाओं के साथ धोखा और शोषण करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।