पंचकूला में बढ़ते तापमान और गर्म हवाओं (हीटवेव) की वजह से जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा है कि “लू से बचाव, इलाज से बेहतर होता है” इसलिए सभी नागरिकों को चाहिए कि वे प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन करें और खुद के साथ-साथ अपनों का भी विशेष ध्यान रखें।
लू से बचाव के लिए जरूरी सुझाव
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा निम्नलिखित उपाय सुझाए गए हैं, जिनका पालन करके हीटवेव से बचा जा सकता है:
-
मौसम की जानकारी रेडियो, टीवी या समाचार पत्रों के माध्यम से नियमित रूप से लेते रहें।
-
घर से बाहर निकलने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से शाम 3 बजे के बीच का समय जब धूप सबसे तीव्र होती है।
-
हल्के रंग के, ढीले और सूती कपड़े पहनें। शरीर को ढक कर रखें – टोपी, छाता या सूती कपड़ा सिर पर रखें।
-
धूप में कार्य कर रहे श्रमिक छाया में रुक-रुक कर काम करें और बार-बार पानी पिएं।
तरल पदार्थों का सेवन ज़रूरी
प्यास न लगने पर भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। ओआरएस, नींबू पानी, लस्सी, छाछ, तोरानी जैसे घरेलू पेय पीते रहें। जंक फूड और बासी भोजन से परहेज करें, ताजे फल-सब्जियों और घर का बना ताजा खाना खाएं। खाने में नमक की मात्रा संतुलित रखें।
बुजुर्गों और बच्चों का रखें विशेष ध्यान
बुजुर्ग, छोटे बच्चे, बीमार व्यक्ति और खुले में काम करने वाले लोग हीटवेव के सबसे अधिक शिकार हो सकते हैं। उपायुक्त ने कहा कि इन लोगों की दिन में कम से कम दो बार जांच करें कि वे ठीक हैं या नहीं। अगर वे अकेले रहते हैं तो उनके पास फोन की सुविधा होनी चाहिए। बेचैनी, अत्यधिक पसीना, सिरदर्द, उल्टी, चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें – तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। घर में कूलर या पंखे का प्रबंध हो और इन वर्गों को ठंडे स्थान में रखें।
खेतों और खुले क्षेत्रों में काम करने वाले क्या करें?
खेतों, निर्माण स्थलों या सड़कों पर काम करने वाले श्रमिकों को दिन के समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें पानी और टोपी या गीले कपड़े की व्यवस्था के साथ काम करना चाहिए। एक हाथ में पानी की बोतल और पंखा साथ रखें। बार-बार ब्रेक लेकर छाया में विश्राम करें।
पालतू जानवरों को गर्मी से बचाना भी ज़रूरी
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने स्पष्ट रूप से कहा कि पालतू जानवरों की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। उन्हें छायादार और हवादार स्थान पर रखें। उनके लिए दो बर्तन में पानी रखें ताकि एक खाली हो जाए तो दूसरा उपलब्ध हो। उन्हें दिन की तपती धूप में सैर न कराएं – केवल सुबह और शाम को बाहर ले जाएं। गर्म फर्श, सड़क या टाइल पर चलाने से बचें, इससे उनके पंजे जल सकते हैं। किसी भी हालत में जानवरों को बंद कार या बंद कमरे में न छोड़ें, यह घातक हो सकता है।
प्रशासन की अंतिम अपील
उपायुक्त ने पंचकूला के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे हीटवेव को हल्के में न लें। यह मौसम जानलेवा साबित हो सकता है, इसलिए सावधानी ही सुरक्षा है। सरकार और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, लेकिन आम नागरिकों को भी अपनी और अपने आसपास के लोगों की जिम्मेदारी लेनी होगी। यदि किसी को हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखें तो तुरंत नजदीकी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें। जागरूक रहें, सुरक्षित रहें और गर्मी से बचाव के उपाय अपनाकर अपने परिवार और समाज को सुरक्षित बनाएं।